तीन की मौत, 15 पुलिसकर्मी घायल
बंगाल में वक्फ कानून के विरोध में जारी हिंसक प्रदर्शन में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 15 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। हिंसक भीड़ ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। कई दुकानों और घरों को लूटा और तोड़फोड़ की है। विरोध प्रदर्शनों के बीच केंद्र सरकार ने 1600 केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान तैनाती कर दी है।
बीएसएफ जवानों ने संभाला मोर्चा
हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट ने कड़ी टिप्पणी की और कहा कि-यह सब देखकर आंख नहीं मूंद सकते। कोर्ट के आदेश पर हिंसाग्रस्त इलाकों में 1600 पैरामिलिट्री के जवानों की तैनाती की जाएगी। पहले से ही मुर्शिदाबाद में बीएसएफ के 300 जवानों की तैनाती की गई है। इसके अलावा केंद्र सरकार द्वारा भेजी गई बीएसएफ की पांच अतिरिक्त कंपनियों ने मोर्चा संभाल लिया है।
इंटरनेट बंद, धारा 144 लागू
हिंसा को नियंत्रित करने के लिए प्रभावित क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। इसके साथ ही धारा 144 लागू की गई है। अब तक 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। शनिवार को पश्चिम बंगाल के डीजीपी राजीव कुमार ने कहा था कि मुर्शिदाबाद जिले के सुती, समशेरगंज, जलांगी, लालगोला और धुलियान में हिंसा प्रभावित इलाकों में स्थिति नियंत्रण में है। हालत तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में: डीजीपी
हिंसाग्रस्त इलाकों में बीएसएफ के करीब 650 जवान तैनात किए गए है। बीएसएफ के आईजी और डीआईजी मौजूद। दो दो थाना क्षेत्र में बीएसएफ के जवान तैनात है। फिलहाल सूती और शमशेरगंज थाना क्षेत्र में शांति है। डीजीपी ने गृह सचिव को बताया कि हालत तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही हैं। सीएम ममता ने लोगों से शांत रहने और उकसावे में न आने का आग्रह किया। ममता ने कहा कि हम किसी भी हिंसक गतिविधि का समर्थन नहीं करते है।