कार्यकर्ताओं में फैला आक्रोश
विनय सिंह की मौत के बाद क्षत्रिय समाज और करणी सेना कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-33 और डिमना चौक को जाम कर हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने इसे सुनियोजित हत्या करार देते हुए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है और सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है। करणी सेना के नेताओं ने 48 घंटे में हत्यारों की गिरफ्तारी न होने पर उग्र आंदोलन और झारखंड बंद की चेतावनी दी है।
अज्ञात हमलावरों ने मारी गोली
पुलिस अधिकारी ने घटना को लेकर कहा कि विनय सिंह कुछ अन्य लोगों के साथ घर लौट रहे थे, तभी अज्ञात हमलावरों ने NH-33 पर एक होटल के पास गोलीबारी की, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। फिलहाल हमलावरों को गिरफ्तार करने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है और जांच जारी है।
दो घंटे तक सड़क पर पड़ा रहा शव
वहीं करनी सेना के प्रदेश अध्यक्ष विनय सिंह की हत्या की खबर मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंच गई। हालांकि एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं कर पाने के कारण करीब दो घंटे तक शव सड़क पर ही पड़ा रहा। इससे मौजूद लोगों में आक्रोश पैदा हो गया और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आक्रोशित लोगों ने शव को बिना एंबुलेंस के उठाने से रोक दिया।
यातायात व्यवस्था हुई ठप
दरअसल, बाद में करीब रात 12 बजे एंबुलेंस के आने के बाद शव को एमजीएम अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान नेशनल हाइवे-33 पर लंबा जाम लग गया और यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई। जांच में जुटी पुलिस
पुलिस सभी पहलुओं से जांच कर रही है, लेकिन हत्या के पीछे का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। हालांकि कुछ लोग इसे राजनीतिक तनाव या निजी दुश्मनी से जोड़कर देख रहे हैं।