सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, रात करीब 12:35 बजे एक मोटरसाइकिल पर सवार दो युवक मंदिर के बाहर पहुंचे। उनके हाथ में एक झंडा भी नजर आ रहा था। वे कुछ सेकंड मंदिर के बाहर रुके और फिर अचानक मंदिर की ओर कुछ फेंका। जैसे ही वे वहां से भागे, कुछ ही पलों में मंदिर में जोरदार धमाका हुआ। घटना के समय मंदिर में पुजारी सो रहे थे। गनीमत रही कि इस हमले में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन धमाके के कारण मंदिर को नुकसान पहुंचा है और स्थानीय लोगों में डर है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और इलाके की घेराबंदी कर जांच शुरू कर दी। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया।
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने मीडिया से बातचीत में कहा, “इस हमले में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ हो सकता है। भोले-भाले नौजवानों को गुमराह कर इस तरह के हमलों के लिए उकसाया जा रहा है। हम जल्द ही आरोपियों को पकड़ लेंगे और शहर का माहौल खराब नहीं होने देंगे।” इस घटना पर अकाली दल के यूथ जिला प्रधान किरनप्रीत सिंह मोनू ने कहा कि यह शर्मनाक और निंदनीय घटना है। पहले पुलिस चौकियों पर हमले हो रहे थे और अब धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है। पंजाब में कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है, जिससे लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंच रही है।”
हमले के बाद से इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया है और हमलावरों की तलाश तेज कर दी गई है। पंजाब सरकार और पुलिस प्रशासन से लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द हमलावरों को गिरफ्तार किया जाए और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।