पंचायती में पुरुष आगे
मनरेगा में पत्थर तोड़ने एवं मिट्टी निकालने के काम में महिलाओं को अधिक लगाया जा रहा है। जबकि मेट के काम में महिलाओं की भागीदारी ना के बराबर है।
मनरेगा में महिलाओं की संख्या अधिक
यह सही है कि मनरेगा में महिला श्रमिकों की संख्या पुरुषों से काफी अधिक है। हर वर्ष महिला मजदूरों की संख्या पुरुषों की तुलना में बढ़ रही है। हालांकि यह मांग आधारित योजना है ऐसे में हम तो कुछ नहीं कर सकते फिर भी महिला अधिकारों को लेकर जागरूक करने का लगातार प्रयास कर रहे है।–श्रवणराम प्रजापत, सहायक विकास अधिकारी
प्रभावी मॉनेटरिंग की आवश्यकता
महिलाओं को सरकार ने अधिकार दिए है तो उनकी प्रभावी मॉनेटरिंग होनी चाहिए। नरेगा में महिलाओं को मेट बनाने के साथ राजनीति मेें निर्वाचन के साथ महिलाओं की ही पंचायती होनी चाहिए।–काजल चौधरी, अधिवक्ता, राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर