पहले वीडियो किया वायरल, फिर खाया विषाक्त पुखराज रोज ने सोमवार शाम को दो वीडियो वायरल किए। एक में खुद तो दूसरे में उसकी बच्चियां आत्महत्या करने की बात कह रही हैं। पुखराज ने करीब दो मिनट के वीडियो में उसके पुत्र की हत्या के बाद हुए घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि धरने के दौरान जो समझौता हुआ था, उसमें उनकी 11 मांगों पर सहमति बनी थी, लेकिन 16 महीने बीतने के बावजूद आज तक एक भी पूरी नहीं हुई है। पुखराज ने वीडियो में भाजपा की एक नेत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके पुत्र की हत्या के बाद सांसद हनुमान बेनीवाल उसके घर पर आए और 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी, जिस भाजपा के नेता नाराज हो गए। पुखराज ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा नेत्री ने उसकी सहायता रुकवाई है।
टंकी पर चढ़ा, फिर भी कार्रवाई नहीं पुखराज ने वीडियो में यह भी बताया कि 17 दिन पहले वह अपने मांगों को पूरा करवाने के लिए पानी की टंकी पर भी चढ़ा था, तब अधिकारियों ने उसे आश्वासन दिया, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए अब मैं परिवार के साथ आत्महत्या कर रहा हूं।
वीडियो वायरल हुआ तो पहुंचे पुलिस अधिकारी पुखराज ने वीडियो पुलिस, पत्रकारों के साथ अधिकारियों को भी भेजा। कोतवाली थानाधिकारी वेदपाल शिवरान ने बताया कि उन्हें भी पुखराज ने वीडियो भेजा, जिसे देखते ही वे पुखराज के घर पहुंचे, तब कमरे का दरवाजा बंद था और परिवार के लोग अंदर थे। उन्होंने काफी देर दरवाजा खटखटाया तो उसकी बच्ची ने दरवाजा खोला। अंदर देखा तो पुखराज विषाक्त सेवन कर चुका था। उसे हाथों-हाथ जेएलएन अस्पताल लेकर गए तथा प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रेफर किया। परिवार के लोग सकुशल हैं।
एडीएम ने कहा – ज्यादातर मांगे पूरी कर दी एडीएम चम्पालाल जीनगर ने पत्रिका को बताया कि यश हत्याकांड में जिन-जिन मांगों पर सहमति बनी थी, उनमें से ज्यादातर पूरी कर दी हैं। जो अधूरी हैं, उनकी प्रक्रिया चल रही हैं। उन्होंने बताया कि समझौते के अनुसार पुखराज की दो बच्चियों को संविदा पर नौकरी दी जा चुकी है। इसके अलावा कुल पौने पांच लाख की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है। नगर परिषद से भूखंड देने की बात हुई थी, जिसका प्रस्ताव बोर्ड बैठक में लेने के बाद डीएलबी को भेजा जा चुका है। इसी प्रकार दानदाताओं से सम्पर्क कर अन्य सहयोग दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं, दूसरी तरफ आरोपी का मकान तोड़ा था।