महाराष्ट्र में बीते कुछ दिनों से औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर कई हिंदूवादी संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस मुद्दे पर पहले से ही जमकर राजनीतिक हो रही है और अब शिवसेना नेता ने पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे की तुलना औरंगजेब से कर दी है।
क्या बोले नरेश म्हस्के?
नरेश म्हस्के ने कहा, “उद्धव ठाकरे आधुनिक औरंगजेब हैं। जिस तरह औरंगजेब ने अपने पिता और भाइयों को तकलीफ दी थी, उसी तरह उद्धव ठाकरे ने भी अपने पिता बाला साहेब ठाकरे को उनके आखिरी दिनों में परेशान किया था।” उन्होंने आगे कहा, “राज ठाकरे भी कई बार इस बारे में बोल चुके हैं। उद्धव ठाकरे ने बाला साहेब की विचारधारा की संपत्ति को नहीं अपनाया, उन्होंने अपने भाई को संपत्ति के लिए परेशान किया। यह विवाद कोर्ट तक पहुंचा।”
शिवसेना नेता ने कहा, “बालासाहेब के विचारों के दुश्मनों से हाथ मिलाना उनके विचारों से गद्दारी करने जैसा है। उद्धव ठाकरे ने न सिर्फ अपने भाइयों को ठुकराया, बल्कि सत्ता के लिए उन लोगों से गठबंधन किया जो बालासाहेब के विरोधी थे। बालासाहेब के दुनिया से जाने के बाद भी उन्होंने अत्याचार किया है. उद्धव ठाकरे आधुनिक दुनिया के औरंगजेब हैं। जो अपने भाई का नहीं हुआ, वह जनता का कैसे हो सकता है.”
शिंदे-ठाकरे गुट में वाकयुद्ध तेज
उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट के बीच बयानबाजी कोई नई बात नहीं है। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर लगातार तीखे प्रहार कर रहे हैं। हाल ही में कॉमेडियन कुणाल कामरा द्वारा एकनाथ शिंदे पर बनाए गए पैरोडी गाने ने भी विवाद को और हवा दे दी है। इस गाने को लेकर शिवसेना के दोनों गुट एक-दूसरे पर जमकर हमला बोल रहे हैं। संजय राउत ने दी नसीहत
इस बीच शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को कम से कम इतना शिष्टाचार दिखाना चाहिए कि वे उद्धव ठाकरे के प्रति कृतज्ञता प्रकट करें। राउत ने कहा कि शिंदे की राजनीति में जो भी पहचान बनी है, वह सिर्फ उद्धव ठाकरे की वजह से बनी है। इसलिए उन्हें ठाकरे का सम्मान करना चाहिए।
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा, छगन भुजबल जैसे नेता भी शिवसेना छोड़कर गए, लेकिन उन्होंने कभी भी ठाकरे परिवार के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल नहीं किया। अगर आपके (शिंदे) साथ ठाकरे परिवार नहीं खड़ा होता तो आज आपकी तरफ मोदी और शाह देखते तक नहीं।