महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के सबसे व्यस्त बस जंक्शन में से एक के परिसर में बलात्कार की घटना से राज्य में आक्रोश फैल गया। यह घटना मंगलवार तड़के करीब 5:30 बजे हुई। इस घटना को लेकर महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार ने सख्त रुख अपनाया है और पूरे मामले की गहन जांच करवा रही है।
पुलिस पर भी आरोप
इस बीच, महाविकास आघाडी (MVA) ने महायुति सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शिवसेना (UBT) और एनसीपी (शरद पवार) ने स्वारगेट बस डिपो पर विरोध प्रदर्शन शुरू किया है। एक एनसीपी (एसपी) नेता ने आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले डिपो प्रशासन ने परिसर में असामाजिक तत्वों की मौजूदगी की शिकायत पुलिस से की थी, लेकिन अधिकारियों ने उचित कार्रवाई नहीं की। जबकि डिपो से कुछ ही दूरी पर पुलिस चौकी मौजूद है।
एक्शन में सरकार
महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने बुधवार को स्वारगेट एसटी डिपो के सभी 23 सुरक्षा गार्ड को हटाने का निर्देश दिया। परिवहन मंत्री ने एमएसआरटीसी के प्रबंध निदेशक विवेक भीमनवार को घटना की विभागीय जांच करने और सात दिनों में विस्तृत रिपोर्ट देने के लिए कहा है। उन्होंने लापरवाही का दोषी पाये जाने पर बस डिपो प्रभारी और डिपो मैनेजर को तत्काल निलंबित करने का निर्देश दिया है। परिवहन मंत्री ने महिला यात्रियों के लिए सुरक्षा उपायों की समीक्षा के लिए गुरुवार को मुंबई में एमएसआरटीसी के वरिष्ठ अधिकारियों की एक तत्काल बैठक बुलाई है। इस बैठक में भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने को लेकर कड़ा निर्णय लिया जाएगा।
दरिंदे ने झांसा देकर बनाया शिकार
आरोप है कि दत्तात्रय गाडे नाम के बदमाश ने युवती को बहकाया और उसे अंधेरे में खड़ी वातानुकूलित शिवशाही बस में ले गया। वारदात को अंजाम देने के बाद दत्तात्रय मौके से फरार हो गया। इस घटना ने राज्य में महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिसके चलते राज्य सरकार भी एक्शन मोड में आ गई है। इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए स्वारगेट डिपो के सभी 23 सुरक्षा गार्डों को निलंबित कर दिया गया है। पीड़ित युवती पुणे के एक अस्पताल में काउंसलर के रूप में काम करती है। घटना के दिन वह फलटण स्थित अपने घर जाने के लिए स्वारगेट बस डिपो पहुंची थी। वह डिपो के पास केंद्र के पास अपने बस का इंतजार कर रही थी, तभी आरोपी दत्तात्रय गाडे उसके पास आया और बातचीत करने लगा। आरोपी ने उसे यह कहते हुए गुमराह किया कि उसकी बस थोड़ी दूर दूसरी जगह खड़ी है। युवती ने पहले संदेह जताया और कहा कि उसकी बस यहीं से मिलती है, लेकिन आरोपी ने उसे भरोसा दिलाया कि बस कुछ ही देर में रवाना होगी, इसलिए उसे जल्दी जाना चाहिए।
इसके बाद आरोपी युवती को 30-40 मीटर दूर खड़ी एक बंद शिवशाही बस के पास ले गया। युवती को अंधेरे में खड़ी बस को देखकर शक हुआ और उसने सवाल किया कि बस की लाइट बंद क्यों है? इस पर आरोपी ने झूठ बोला कि रातभर की यात्रा के कारण यात्री सो रहे हैं, इसलिए लाइट बंद रखी गई है। उसने युवती को बस के अंदर जाने के लिए कहा और जैसे ही वह अंदर गई, आरोपी भी उसके पीछे-पीछे घुस आया और बस का दरवाजा बंद कर लिया। इसके बाद उसने युवती के साथ जबरदस्ती की। वारदात के बाद आरोपी ने उसे धमकाया कि अगर उसने किसी को बताया तो जान से मार देगा, और फिर वहां से फरार हो गया। डिपो में लगे सीसीटीवी फुटेज में आरोपी दत्तात्रय युवती के आसपास मंडराता हुआ नजर आया।