पुलिस के मुताबिक, आरोपी की पत्नी और बच्ची की मां के बीच अक्सर बच्चों के खेलने को लेकर झगड़ा होता था। आरोपी मोबाइल पर गेम खेलने का आदी है, वह गेमिंग में 42,000 रुपये हार चुका था। इसलिए वह पैसे की कमी से जूझ रहा था। इससे उबरने के लिए उसने बच्ची का अपहरण कर उसके पिता से फिरौती मांगने की योजना बनाई। इसलिए उसने मौका देखकर बच्ची का अपहरण कर लिया और फिर पकड़े जाने से बचने के लिए उसकी निर्दयता से हत्या कर दी।
24 घंटे बाद मिला शव
तलोजा पुलिस के डीसीपी प्रशांत मोहिते (DCP Prashant Mohite) ने बताया कि 25 मार्च को अमरीश शर्मा (Amrish Sharma) ने अपनी 3 साल की बेटी के लापता होने की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई थी। पुलिस ने तुरंत अपहरण का मामला दर्ज कर बच्ची की तलाश शुरू कर दी। पांच पुलिस टीमें बनाई गईं और डॉग स्क्वाड को भी बुलाया गया, लेकिन बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला। बच्ची के लापता होने के 24 घंटे बाद 26 मार्च को पुलिस को उसका शव उसके घर के शौचालय के ऊपर एक बैग में मिला। इसके बाद हत्या का मामला दर्ज किया गया और सोसायटी में रहने वाले लोगों से पूछताछ की गई। पुलिस जांच में आरोपी मोहम्मद अंसारी पर संदेह हुआ और जब उससे कड़ी पूछताछ की गई, तो उसने अपराध स्वीकार कर लिया।
बनाया था खतरनाक प्लान
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी अपहरण के बाद बच्ची की हत्या कर चुका था और उसकी योजना बच्ची के पिता अमरीश से फिरौती वसूलने की थी। लेकिन पुलिस की तेज़ी से चल रही जांच के कारण उसे शव ठिकाने लगाने का मौका नहीं मिला। जिस बैग में बच्ची का शव मिला वह बैग अंसारी का है। फिलहाल, आरोपी मोहम्मद अंसारी को तलोजा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और जल्द ही उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा। इस निर्मम हत्या से इलाके में गहरा आक्रोश है और लोग बच्ची के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं।