
उपजिलाधिकारी सदर की जांच में हुआ अधिकारियों भूमाफियाओं की करतूत का खुलासा
दरअसल विंध्याचल थाना क्षेत्र के शिवपुर उर्फ रसूलपुर के रहने वाले शशांक शेखर गिरी ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की थी कि लेखपाल अपना प्रभाव दिखाकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर भगवन्ती देवी पत्नी स्व० बैजनाथ के स्थान पर विपक्षी ने वरासत करा लिया है।भूमाफियाओं द्वारा कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। इस प्रकरण की जब उपजिलाधिकारी सदर ने जांच किया तो शिकायत सही पायी गयी। डीएम दिव्या मित्तल ने इस मामले में लेखपाल, रजिस्ट्रार कानूनगो, नायब तहसीलदार व संबंधित भू माफियाओं के खिलाफ थाना विन्ध्याचल में मुकदमा दर्ज कराया है।

इन सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
मिर्ज़ापुर के सदर तहसील के नायाब तहसीलदार लालचंद राम, पेशकार रमाशंकर, लेखपाल अरुण कुमार सहित कुल 14 लोगो पर विंध्याचल थाने मुकदमा दर्ज हुआ है। वही राजाराम तत्कालीन तहसीलदार सदर(सेवानिवृत्त), विनोद कुमार सिंह तत्कालीन तहसीलदार सदर(सेवानिवृत्त), सूर्यबली मौर्या तत्कालीन ग्राम प्रधान भिस्कुरी समेत कुल 6 लोगो के खिलाफ देहात कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है।

डीएम ने दी कड़ी चेतावनी नहीं बक्शे जायेंगे भूमाफिया
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया कि किस तरह गरीबों की जमीन हड़पने के लिए भू माफिया कुचक्र रचते हैं और उसमें हमारे कुछ सरकारी कर्मचारी भी महज कुछ लालच के चलते उनका साथ देते हैं। उन्होंने भू माफिया और उनके साथ देने वाले कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर मिर्जापुर जनपद में कोई भी इस तरह का कार्य कर रहा है तो उसे मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने का कार्य जिला प्रशासन करेगा । भू माफिया और उनके सहयोगी सरकारी कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज होने से विभाग के साथ साथ भूमाफियाओं में भी हड़कंप मच गया है।