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बेटियाँ होंगी समृद्ध, तो समाज होगा सशक्त
डाक विभाग द्वारा चलाई जा रही यह योजना सिर्फ वित्तीय योजना नहीं, बल्कि नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। उत्तर गुजरात परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) एक महत्वपूर्ण साधन है, जिससे शिक्षा और विवाह जैसे बड़े खर्चों के लिए पहले से बचत की जा सकती है। यह भी पढ़ें
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उन्होंने बताया कि उत्तर गुजरात क्षेत्र में अब तक 4.67 लाख बेटियों के खाते खोले जा चुके हैं। वहीं पूरे गुजरात परिमंडल में यह संख्या 15.72 लाख तक पहुँच गई है। उत्तर गुजरात के 711 गाँवों को सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम घोषित किया जा चुका है, जहाँ दस वर्ष तक की सभी बेटियों के खाते डाकघरों में खोले जा चुके हैं।
डाकिए बन रहे हैं कन्याओं के भविष्य निर्माता
कृष्ण कुमार यादव ने यह भी साझा किया कि इन गांवों में जैसे ही किसी घर में बेटी जन्म लेती है, वहाँ का डाकिया तुरंत उसके घर पहुँचकर उसका खाता खुलवाने की प्रक्रिया शुरू कर देता है। यह सेवा न केवल एक सामाजिक उत्तरदायित्व है, बल्कि भावनात्मक रूप से भी परिवारों के बेहद करीब है। यह भी पढ़ें
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सिर्फ ₹250 में शुरू करें बेटी की भविष्य निधि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत किसी भी डाकघर में मात्र ₹250 से खाता खोला जा सकता है। योजना में 10 वर्ष तक की आयु की बालिकाएँ पात्र होती हैं। एक वित्तीय वर्ष में ₹250 से लेकर ₹1.5 लाख तक की राशि जमा की जा सकती है। खाता खोलने से लेकर 15 वर्षों तक पैसा जमा करना होता है और फिर बेटी के 18 साल के होते ही 50% राशि और 21 साल में सम्पूर्ण राशि निकाली जा सकती है। यह भी पढ़ें
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सबसे अधिक ब्याज और टैक्स में छूट
वर्तमान में योजना पर 8.2% ब्याज दिया जा रहा है, जो अन्य किसी भी लघु बचत योजना की तुलना में अधिक है। साथ ही, आयकर अधिनियम की धारा 80C के अंतर्गत ₹1.5 लाख तक की राशि पर कर छूट भी मिलती है।शैक्षणिक संस्थानों और डाक चौपालों से जागरूकता
इस योजना को सफल बनाने हेतु डाक विभाग द्वारा गाँवों में डाक चौपाल, स्कूलों में जागरूकता अभियान और विशेष मेलों का आयोजन किया गया। पोस्टमास्टर जनरल यादव ने बताया कि डाक विभाग बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसे अभियानों से भी तालमेल कर इस योजना को एक जन-आंदोलन का रूप दे रहा है। यह भी पढ़ें
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नवरात्र में कन्या पूजन के साथ एक जिम्मेदार कदम
डाक विभाग की इस पहल को नवरात्रि के पावन अवसर से जोड़ा गया है। इस दौरान जब घरों में कन्याओं को आमंत्रित कर पूजा व उपहार दिए जाते हैं, ऐसे में उनका सुकन्या समृद्धि खाता खोलकर उन्हें भविष्य का सुरक्षा कवच देना एक श्रेष्ठ परंपरा बन सकती है। यह भी पढ़ें