यह भी पढ़ें
झारखंडेश्वर महादेव मंदिर में बुजुर्ग महिला का शव मिलने से सनसनी: पुलिस जांच में जुटी
घटनाक्रम का प्रारंभ
सूत्रों के अनुसार, विभूति खंड थाना क्षेत्र में एक विवाद के बाद तीन वकीलों को एसीपी विभूति खंड द्वारा हिरासत में लिया गया। इस कार्रवाई से वकील समुदाय में आक्रोश फैल गया, और बड़ी संख्या में वकील थाने पर एकत्रित हो गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पीएसी की एक गाड़ी मौके पर तैनात की गई, लेकिन वकीलों का आक्रोश कम नहीं हुआ।
विभूतिखंड थाने में हंगामा
वकीलों ने थाने में पहुंचकर अपने साथियों की रिहाई की मांग की। इस दौरान पुलिसकर्मियों और वकीलों के बीच धक्का-मुक्की हुई, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। वकीलों का आरोप था कि पुलिस ने उनके साथियों के साथ अनुचित व्यवहार किया है, और वे तत्काल रिहाई की मांग कर रहे थे।फैजाबाद रोड पर जाम
थाने में समाधान न होता देख, वकीलों ने फैजाबाद रोड पर जाम लगा दिया, जिससे यातायात बाधित हो गया। इससे आम जनता को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। वकीलों का कहना था कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे। यह भी पढ़ें
जुम्मे की नमाज और होली सकुशल संपन्न, बाराबंकी ने पेश की भाईचारे की मिसाल
पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, एडीसीपी पूर्वी ने संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। यह कदम वकीलों की मांगों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया, ताकि स्थिति को शांत किया जा सके और कानून व्यवस्था बहाल हो सके।पृष्ठभूमि में पूर्व की घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब लखनऊ में वकीलों और पुलिस के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई है। पिछले वर्षों में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां दोनों पक्षों के बीच टकराव हुआ है। उदाहरण के लिए, फरवरी 2024 में समिट बिल्डिंग स्थित माई बार में वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच मारपीट हुई थी, जिसके बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
वर्तमान स्थिति और समाधान के प्रयास
विभूति खंड की ताजा घटना के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। वकीलों की मांगों को ध्यान में रखते हुए, संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। साथ ही, वकील समुदाय से भी शांति बनाए रखने की अपील की गई है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। यह भी पढ़ें