भव्य तैयारियां जोरों पर
इस आयोजन को लेकर क्षेत्र में बड़े स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। आयोजन समिति के प्रचार मंत्री आशीष जैन ने बताया कि 70 से अधिक संत-महात्माओं की उपस्थिति में यह ऐतिहासिक आयोजन होगा। श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए 100 से अधिक वातानुकूलित अस्थाई कॉटेज बनाए जा रहे हैं। वहीं, 180×200 फीट का विशाल पंडाल तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा, मूल नायक मुनि सुबतनाथ भगवान एवं चौबीसी मंदिर, सहस्रकूट जिनालय में 1008 प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा और आदिनाथ भरत के 101 पुत्रों की प्रतिमाओं की स्थापना के लिए विशेष मंदिर का निर्माण पूरा हो चुका है। प्रतिष्ठा विधि प्रतिष्ठाचार्य ब्रह्मचारी पंडित धर्मचंद्र शास्त्री दिल्ली के निर्देशन में संपन्न होगी।
देश-विदेश से श्रद्धालु होंगे शामिल
महोत्सव के दौरान देशभर से ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। इसे देखते हुए व्यवस्था को अत्यधिक सुव्यवस्थित बनाया जा रहा है।
महावीर जयंती पर होंगी जैनेश्वरी दीक्षाएं
इस आयोजन के दौरान, 10 अप्रैल को महावीर जयंती के शुभ अवसर पर आचार्य संघ के सान्निध्य में दो आर्यिकाओं को जैनेश्वरी दीक्षा प्रदान की जाएगी। इससे पहले उनकी गोद भराई एवं बिनोली की रस्में संपन्न होंगी।
समिति व कार्यकर्ता जुटे तैयारियों में
आयोजन की सफलता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया गया है, जिनमें निमाड़ और मालवा क्षेत्र के सैकड़ों कार्यकर्ता सेवा दे रहे हैं। आयोजन को सफल बनाने के लिए ट्रस्ट के अध्यक्ष हेमचंद झंझरी सहित अन्य सदस्य सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं।