छात्राओं को मिलेगा लाभ
स्मार्ट क्लास के माध्यम से रीठी, सिलौड़ी और पहाड़ी छात्रावास की 150-150 छात्राएं लाभान्वित होंगी, जबकि भुड़सा, विजयराघवगढ़ और स्लीमनाबाद की 200-200 छात्राओं को यह सुविधा मिलेगी। इस प्रकार कुल 1,050 छात्राएं स्मार्ट क्लास की सुविधा का लाभ उठा सकेंगी। पुष्पा मूवी की तर्ज पर कुल्हाड़ी से की थी युवक की निर्मम हत्या, यह वजह आई है सामने
डिजिटल लर्निंग से बढ़ेगी गुणवत्ता
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, स्मार्ट क्लास बनने से छात्राओं की शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा। अब वे वीडियो, एनिमेशन और इंटरएक्टिव कंटेंट के माध्यम से विषयों को बेहतर ढंग से समझ सकेंगी। यह पहल ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों की छात्राओं के लिए एक बड़ा बदलाव साबित हो सकती है।
डीपीसी ने कही यह बात
केके डहेरिया, डीपीसी ने कहा कि जिले के छह छात्रावासों में स्मार्ट क्लास बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार कराया गया है। संबंधित छात्रावास प्रभारियों को आवश्यक तैयारी के लिए निर्दश दिए गए हैं। कन्या छात्रावासों में स्मार्ट क्लास बन जाने से छात्राओं को डिजिटल माध्यम से पढ़ाई में बड़ी सहायता मिलेगा।