परिजनों का कहना है कि मृतिका प्रतिमा की विवाह की तैयारी चल रही थी। इसी महीने की 29 तारीख को उसका विवाह होना था। उन्होंने बताया कि शनिवार 5 अप्रैल को पूरा परिवार सरहुल पूजा समारोह में शामिल होने के लिए बगीचा गया हुआ था और प्रतिमा घर में अकेली थी। शाम को घर वापस लौटने पर प्रतिमा घर में नहीं मिली। इस पर परिजनों ने पड़ोसियों के सहयोग से प्रतिमा को खोजने का प्रयास किया, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला।
पेड़ पर लटका मिला शव
रविवार की सुबह दोबारा खोज बीन के दौरान घर से लगभग पांच सौ मीटर दूर पीपल के पेड़ में प्रतिमा का शव लटका हुआ मिला। प्रतिमा द्वारा उठाए गए इस
आत्मघाती कदम से परिजन और स्थानीय रहवासी सदमे में है। इस बीच घटना की सूचना पर बगीचा पुलिस की टीम मौके पर पहुंच कर कानूनी कार्रवाई में जुटी हुई है। बगीचा पुलिस का कहना है कि मामले का सभी एंगल से जांच किया जा रहा है।
परिवार शादी की खरीदी में गया था बगीचा
युवती के पिता ने बताया कि मेरी बेटी प्रतिमा का उसके रजामंदी से बगीचा के लोटा में शादी तय की गई थी। पूरे परिवार में बेटी की शादी के लिए उत्साह था और शादी की खरीदारी के लिए वे शनिवार को बगीचा आए हुए थे। उन्होंने बताया कि, मेरा छोटा बेटा और बेटी कल घर मे अकेली थीं। कल दोपहर को घर से निकली थी किसी को कुछ नहीं बताई थी।
शाम तक जब घर नहीं पहुंची तो हम लोग चिंतित हो गए और शाम से ही खोजबीन कर रहे थे। रविवार को सुबह 9 बजे हमारे घर के पीछे के जंगल में पीपल के पेड़ पर दुपट्टे से शव लटका देखा गया। जिसके बाद परिवार की खुशी मातम में बदल गई और परिवार सहित पूरे गांव में सन्नाटा छा गया है।