जताया रोष, किया विरोध प्रदर्शन
करंट से एफआरटी कार्मिक की मौत के बाद कस्बेवासियों में रोष देखने को मिला। बड़ी संख्या में लोग राजकीय अस्पताल पहुंचे। यहां से उन्होंने जुलूस निकाला और डिस्कॉम कार्यालय पहुंचकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद सभी लोग जुलूस लेकर राजकीय अस्पताल की मोर्चरी के आगे आकर धरने पर बैठ गए। यहां भी लोगों ने विरोध जताया। रात में उपखंड अधिकारी प्रभजोतसिंह गिल, वृताधिकारी भवानीसिंह राठौड़, तहसीलदार विश्वप्रकाश चारण, डिस्कॉम के अधिशासी अभियंता सोनम दत्ता व सहायक अभियंता छगनलाल मीणा ने धरनार्थियों से बातचीत की और सहायता राशि दिलाने, लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने, एफआरटी के विरुद्ध मामला दर्ज करवाने का भरोसा दिलाया, लेकिन रात में कोई सहमति नहीं बन सकी थी।
समझौतावार्ता के बाद उठाया धरना
करंट से एफआरटी कार्मिक की मौत के करीब 22 घंटे बाद करीब 4 बजे उपखंड अधिकारी प्रभजोतसिंह गिल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीणकुमार सैन, तहसीलदार विश्वप्रकाश चारण, डिस्कॉम के अधिशासी अभियंता सोनम दत्ता धरनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने धरनार्थियों से बातचीत की। जिसके बाद मृतक के परिजनों को चिरंजीवी बीमा के तहत 5 लाख, कर्मचारी बीमा से 8 लाख रुपए, एफआरटी कंपनी की ओर से 7 लाख रुपए व डिस्कॉम टीम की ओर से 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिलाने, एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने, दोषियों के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई करने, जैसलमेर की तर्ज पर पोकरण में भी एफआरटी पर रोक लगाने, एफआरटी कंपनी का ठेका रहने तक मृतक के परिवार के एक सदस्य को पेंशन दिलाने, मुकदमे में गैरइरादतन हत्या की धारा जोडऩे का भरोसा दिलाया गया। धरना समाप्त करवाने के बाद पुलिस की ओर से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द किया गया। इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता ईश्वर माली ने परिवार को 20 हजार रुपए देने की घोषणा की।
आधे दिन बंद रहे बाजार
युवक की मौत के बाद गुरुवार को पोकरण बंद का आह्वान किया गया था। जिसके चलते सुबह से ही कस्बे के प्रतिष्ठान बंद रहे। लोगों ने अपनी दुकानें बंद रखकर विरोध जताया। हालांकि मुख्य चौराहे के आसपास और जैसलमेर व जोधपुर रोड पर काफी दुकानें खुली ही रही, लेकिन गांधी चौक, सदर बाजार, फोर्ट रोड, स्टेशन रोड पर अधिकांश बाजार बंद रहा। दोपहर बाद व्यापारियों ने अपनी दुकानें खोल दी।
दिन भर चला धरना
घटना के दूसरे दिन गुरुवार को सुबह मोर्चरी के आगे धरनास्थल पर बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। पूर्व विधायक सांगसिंह भाटी, प्रधान भगवतसिंह तंवर, नगरपालिका अध्यक्ष मनीष पुरोहित, नेताप्रतिपक्ष नारायण रंगा, पूर्व अध्यक्ष आनंदीलाल गुचिया, पूर्व प्रधान सुनीता भाटी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर, ब्लॉक अध्यक्ष विजय व्यास, भाजपा नेता मदनसिंह राजमथाई, कर्नल एआर पंवार, व्यापार संघ अध्यक्ष राजेश व्यास, करणी सेना अध्यक्ष सांगसिंह गड़ी, राजपूत सेवा समिति के अध्यक्ष बलवंतसिंह जोधा, महेश गुचिया, राजकुमार भाटी, ईश्वर माली, रघुनाथसिंह चौहान, लक्ष्मणसिंह रामसर सहित बड़ी संख्या में लोगों ने धरने का समर्थन किया। दिनभर बड़ी संख्या में कस्बेवासी भी यहां उपस्थित रहे।