इसलिए लाए जिला अस्पताल
पशु चिकित्सालय में इलाज नहीं होने पर वन्यजीवप्रेमी घायल हरिण को राजकीय जिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे। यहां डॉ. रिपुदमनसिंह चंपावत एवं टीम की ओर से हरिण का उपचार किया गया। उपचार के बाद हरिण को कस्बे की विश्नोई धर्मशाला में रखकर उसके लिए चारे-पानी की व्यवस्था की गई। राजकीय जिला चिकित्सालय में हरिण का इलाज चर्चा का विषय बना रहा।जोधपुर ले जाते समय मौत
पशु चिकित्सालय के चिकित्सक बुधवार को सुबह विश्नोई धर्मशाला पहुंचे। उन्होंने हरिण के स्वास्थ्य की जांच की और उसे जोधपुर ले जाने की सलाह दी। जिस पर हरिण को जोधपुर लेकर रवाना हुए। इस दौरान बालेसर के पास हरिण ने दम तोड़ दिया।मेरी पोस्टिंग खेतोलाई है, पोकरण में पद रिक्त
रात को वन्यजीवप्रेमी का फोन आया था। जिस पर उसने बताया कि उसकी पोस्टिंग यहां नहीं है और आपातकाल सेवाएं भी पोकरण में नहीं है। मेरी पोस्टिंग खेतोलाई है। पूर्व में पोकरण का अतिरिक्त कार्यभार था, लेकिन अब नहीं है। बुधवार को सुबह संयुक्त निदेशक के निर्देश पर उन्होंने पहुंचकर हरिण के स्वास्थ्य की जांच की। प्राथमिक उपचार देकर वन्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को बुलवाकर उसे उच्च चिकित्सा के लिए रैफर कर दिया।- डॉ. प्रदीप, पशु चिकित्सक राजकीय पशु चिकित्सालय, खेतोलाई