अन्य राज्यों से आ रहे मजदूर
फसल कटाई के सीजन में स्थानीय मजदूरों की संख्या कम पड़ गई है, जिससे राजस्थान के विभिन्न जिलों के अलावा मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और गुजरात से भी मजदूर यहां आ रहे हैं। कस्बे में मजदूरों की भारी भीड़ देखी जा रही है, जिन्हें लेने के लिए नहरी क्षेत्र से ट्रैक्टर-ट्रॉली और पिकअप वाहनों की आवाजाही बढ़ गई है।
बसों में भीड़, मजदूरी दर में इजाफा
मजदूरों की मांग बढऩे से मजदूरी दर भी बढ़ गई है। वर्तमान में मजदूरों को 600 रुपये से अधिक दैनिक मजदूरी दी जा रही है। कई किसान मजदूरों को आकर्षित करने के लिए खाने-पीने और ठहरने की भी व्यवस्था कर रहे हैं।
किसान और मजदूरों के विचार
किसान हेताराम विश्नोई का कहना है कि तेज हवाओं के कारण बीज झडऩे लगे हैं, जिससे नुकसान होने की संभावना है। हम मजदूरों को ज्यादा मजदूरी देकर भी फसल जल्दी निकलवाना चाहते हैं। किसान लाभूराम का कहना है कि कटाई का सीजन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। अगर मौसम अनुकूल रहा और मजदूर पर्याप्त मिल गए तो जल्द ही फसल निकाल लेंगे। मजदूर सुरेश जो मध्यप्रदेश से आए हैं, ने बताया कि हर साल इसी समय हम यहां काम करने आते हैं। इस बार मजदूरी भी अच्छी मिल रही है, जिससे हमारी मेहनत का पूरा फल मिल रहा है।
मजदूर रामनिवास जो कोटा से आए हैं, ने बताया कि खेती के काम में लगातार मेहनत करनी पड़ती है। यहां किसान हमारे लिए रहने और खाने का भी इंतजाम कर रहे हैं, जिससे हमें कोई दिक्कत नहीं हो रही।
कटाई में तेजी, किसानों को राहत की उम्मीद
फसलों की सुरक्षित कटाई को लेकर किसानों की मेहनत रंग लाने लगी है। यदि मौसम अनुकूल रहा तो कुछ ही दिनों में कटाई पूरी हो जाएगी, जिससे किसानों को राहत मिलेगी।