जैसलमेर जिले के रामदेवरा स्थित गोडावण ब्रीडिंग सेंटर में अंडे से गोडावण के चूजे का जन्म हुआ है। यह पहली बार है जब रामदेवरा सेंटर से इस दुर्लभ पक्षी के जन्म की खुशखबरी आई है। इससे पहले गत अर्से के दौरान सम स्थित ब्रीडिंग सेंटर से 6 गोडावण का जन्म हो चुका है। अब रामदेवरा व सम स्थित ब्रीडिंग सेंटर्स को मिलाकर गोडावण की संख्या 51 हो गई है। गौरतलब है कि प्रोजेक्ट जीआइबी के तहत रामदेवरा सेंटर में गत 6 अप्रेल को गोडावण का चूजा जन्मा है, जिससे वन्य जीव प्रेमियों में खुशी की लहर है। जानकारी के अनुसार रामदेवरा सेंटर में इस साल 11 मार्च को नर गोडावण सलखा और मादा जेरी की मेटिंग के बाद 15 मार्च को जेरी ने अंडा दिया और 6 अप्रेल को अंडे से चूजा बाहर आया। वर्ष 2022 में स्थापित रामदेवरा सेंटर में जन्मा पहला चूजा है। डीएनपी के उप वन संरक्षक बृजमोहन गुप्ता ने रामदेवरा सेंटर में पहले चूजे के जन्म पर खुशी जताई है।
साल 2018 में केंद्र सरकार, वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और राज्य सरकार ने मिलकर प्रोजेक्ट जीआईबी पर काम शुरू किया था। वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के लगातार प्रयासों से इस प्रोजेक्ट कामयाबी की सीढिय़ां चढ़ रहा है। इससे आने वाले समय में दुर्लभ पक्षी गोडावण के एक बार फिर से इफरात में खुले में विचरण करने व उड़ान भरते देखे जाने की उम्मीदें बढ़ गई हैं।