scriptVideo: मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु अहंकार है, अंहकार ही अंधकार का मार्ग : संत तारा देवी | 6th day of Bhagwat Katha in jaislamer city | Patrika News
जैसलमेर

Video: मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु अहंकार है, अंहकार ही अंधकार का मार्ग : संत तारा देवी

जैसलमेर. श्रीमद भागवत कथा के छठे दिन कथा वाचन में संत तारा देवी ने कहा कि मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु अहंकार है, जब मनुष्य के मन में अहंकार का भाव पैदा होता है तब वह अपना समस्त जीवन का सर्वनाश कर देता है।

जैसलमेरJun 18, 2023 / 07:53 pm

Deepak Vyas

Video: मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु अहंकार है, अंहकार ही अंधकार का मार्ग : संत तारा देवी

Video: मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु अहंकार है, अंहकार ही अंधकार का मार्ग : संत तारा देवी

जैसलमेर. श्रीमद भागवत कथा के छठे दिन कथा वाचन में संत तारा देवी ने कहा कि मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु अहंकार है, जब मनुष्य के मन में अहंकार का भाव पैदा होता है तब वह अपना समस्त जीवन का सर्वनाश कर देता है। संत ने कहा कि रावण, कंस एवं कई ऐसे असुर थे जिन्होंने अंहकार के मद में अपना विनाश करवाया। मीडिया प्रभारी प्रमोद जगाणी ने बताया कि रविवार को कथा के छठे दिन भागवत कथा का मुख्य आकर्षक श्रीकृष्ण लीला, रूखमणी विवाह, पुष्प होली प्रसंग की कथा सुनाई गई। रूखमणी विवाह में पाण्डाल में उपस्थित श्रृद्धालु झूमने लगे। कृष्ण लीला, व पुष्प होली में श्रृद्धालुओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। संत ने बताया कि भागवत कथा चल रही हो तब सुन्दरकांड का भी महत्व है, इसी को ध्यान रखते हुए शनिवार रात्रि को सुन्दरकांड पाठ का आयोजन किया गया। जिसमें विजय बिस्सा, शिव कुमार आचार्य, भरत व्यास, महेश केवलिया, कैलाश बिस्सा, रिया शर्मा, मधुसूदन शर्मा व कई धर्म प्रेमियों ने हिस्सा लिया। रविवार को स्वागतकर्ताओं में राजस्थान ब्राह्मण महासभा महिला प्रकोष्ठ की गंगादेवी व्यास, प्रेमलता दाधीच, सुमन शर्मा, वंदना जगाणी, कृष्णा केवलिया, दुर्गा व्यास, समाजसेवी महेन्द्र व्यास, गोवर्धनदत्त थानवी, सरदार मल भोजक, रामचंद्र लखारा आदि शामिल थे।

श्रीमहालक्षमी यज्ञ का आयोजन
जैसलमेर. माहेश्वरी वृद्धाश्रम में चल रही भागवत कथा आयोजन समिति की ओर से संत तारा देवी के सानिध्य में रविवार को सर्वपितृ अमावस्या के अवसर पर विश्व कल्याण व देश में अमन चैन, सुख-शान्ति के उद्देश्य से सात यजमानों की आहुतियों से श्रीमहालक्ष्मी यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ में मुख्य यजमान किरीट व्यास-अंजली व्यास के साथ आरसी व्यास-दुर्गा व्यास, राधेश्याम शर्मा-सुमन शर्मा, डीपी दाधीच-प्रेमलता दाधीच, पंकज केवलिया-कृष्णा केवलिया, मधुसूदन शर्मा-संगीता शर्मा, बाबूलाल शर्मा-तेजकंवर शर्मा शामिल हुए। यज्ञ के पश्चात धर्म प्रेमियों ने महाआरती में भाग लिया। इस अवसर पर समाजसेवी महेन्द्र व्यास, गंगादेवी व्यास, सुरेश जगाणी, स्वाति जगाणी, मंजु पुरोहित, प्रमोद जगाणी, वंदना जगाणी, शरद व्यास व अन्य कई श्रद्धालु उपस्थित थे।

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