दरअसल पूरा घटनाक्रम राजस्थान के दौसा जिले से जुड़ा है। दौसा जिले के एक गांव में रहने वाले मनोज मीणा की शादी कुछ समय पहले एक युवती से हुई। काम के सिलसिले में मनोज गुजरात चला गया। उसके बाद उसने अपने भांजे लोकेश मीणा को भी वहीं बुला लिया। उसके बाद मनोज ने अपनी पत्नी को भी गुजरात बुला लिया और तीनों एक ही घर में रहने लगे। इस बीच लोकेश और उसकी मामी में अवैध संबध स्थापित हो गए। लोकेश ने मामी के अश्लील वीडियो भी बना लिए और उसके बाद ब्लेकमेल कर संबध बनाता रहा।
इस बीच इसकी जानकारी मनोज को लग गई। मनोज और लोकेश शराब पी रहे थे। शराब पीने के दौरान ही यह भेद खुल गया। मनोज और उसकी पत्नी वापस दौसा लौट आए। मनोज ने अपने साले धमेन्द्र से इसकी चर्चा की। धमेन्द्र और मनोज ने मिलकर लोकेश को ठिकाने लगाने का प्लान बना लिया। इस बीच लोकेश भी दौसा आ गया। दौसा में मामा मनोज से मिलने के लिए पहुंचा तो मनोज और धमेन्द्र ने मिलकर उसे नग्न किया और जंगल में मरने तक पीटा। उसकी हत्या कर शव को सूखी नदी में दबा दिया।
लोकेश के परिजन उसके लापता होने की जानकारी लिए थाने पहुंचे। लालसोट पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि लोकेश की हत्या हो गई। उसकी हत्या के आरोप में मनोज को पकड़ा और उसे थाने में बंद कर दिया। उसने लालसोट थाने की हवालात में ही फांसी लगा ली। इस घटना के बाद अब मनोज के साले धर्मेन्द्र ने भी जयपुर में ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी है। जिस महिला के कारण ये सब हुआ। उसने सात दिन में ही अपने पति, भाई और भांजे की लाशें देखी हैं।