गर्मियों में पानी की किल्लत से जूझ रहे जिले के लिए मुख्यमंत्री ने 22.25 करोड़ रुपए की लागत से नई पेयजल योजनाओं को मंजूरी दी है। इसके तहत 2.25 करोड़ रुपये की लागत से नारायणपुरा, ज्ञानपुरा, मुंडावरा, बिलाली, रतनपुर/कराना, गढ़ी, बामनवास कांकड़ और बड़ागांव में नलकूप एवं पाइपलाइन निर्माण किया जाएगा व 20 करोड़ रुपये की लागत से पावटा-प्रागपुरा क्षेत्र में व्यापक पेयजल योजना लागू होगी जिससे हजारों लोगों को शुद्ध पेयजल की सुविधा मिलेगी।
जिले में सडक़ों के निर्माण और मजबूती के लिए 27.78 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है। इसके तहत
21 करोड़ रुपए की लागत से एसएच-52 से एसएच-77 तक वाया कोठीया, गढ़ी, अजबपुरा, खारीयों की ढाणी, बसई जोगीयान, थानागाजी, जोधपुरा, टोडी लूहार, किशोरी, भिकमपुर, अजबगढ़ 13 किमी एमडीआर सड़क निर्माण होगा।
2.18 करोड़ रुपए से शुक्लाबास से धाड़ा वाया पुरुषोत्तमपुरा तक 3 किमी. लंबी सड़क बनेगी।
4.60 करोड़ रुपए की लागत से द्वारिकपूरा से दांतिल तक 2.78 किमी. सड़क निर्माण होगा।
- जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) की स्थापना होगी जिससे खनन प्रभावित क्षेत्रों में विकास को गति मिलेगी।
-तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए पॉलीटेक्निक महाविद्यालय स्थापित किया जाएगा जिससे युवाओं को नए रोजगार के अवसर मिलेंगे।
-नवगठित जिला कोटपूतली-बहरोड़ में मिनी सचिवालय का निर्माण किया जाएगा जिससे सभी जिला स्तरीय कार्यालयों का कार्य कुशलता से संचालित किया जा सकेगा और प्रशासनिक सेवाएं सुगम होंगी।
इन परियोजनाओं की घोषणाओं से जिले के बुनियादी ढांचे को मजबूती मिलेगी और क्षेत्र के निवासियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। जल संकट से राहत, बेहतर सड़क से सुगम यातायात और शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम खुलने से जिले का चहुंमुखी विकास होगा।