1 पिछले साल जुलाई में अलवर में रहने वाली एक महिला ने अपने दो प्रेमियों के साथ मिलकर अपने पति का गला दबाकर मार दिया था। दो साल पहले ही उसने लव मैरिज की थी। वह हरियाणा की रहने वाली थी और अलवर में रह रही थी। तीसरे पति इंद्रपाल को मारने के आरोप में शशि और उसके दोनों पतियों को अरेस्ट किया गया था।
2 पाली जिले के जैतारण इलाके में पिछले साल नवम्बर में कचरूराम नाम के एक युवक को उसकी पत्नी किरण ने गला काटकर मार दिया। प्रेमी भूपेन्द्र ने साथ दिया। दोनों ने लाश को बाइक पर रखकर कई किलोमीटर चक्कर लगाया। उसके बाद लाश को सुनसान इलाके में जला दिया।
3 जयपुर के कालवाड़ थाना इलाके में इसी साल जनवरी में एक हत्याकांड का खुलासा हुआ। पता चला कि प्रकाश नाम के युवक को उसकी पत्नी चंचल ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर मार दिया। प्रेमी राकेश से जहर मंगवाया। राकेश और अन्य के साथ मिलकर उसे जबरन जहर पिलाया और लाश को ठिकाने लगाया। मां की शिकायत पर जांच शुरू हुई और आरोपी पकड़े गए।
4 बूंदी जिले के हिंडौली थाना इलाके में इसी साल जनवरी में रानी देवी ने अपने भाई धनराज के साथ मिलकर अपने पति ओम प्रकाश की हत्या कर दी थी। पुलिस को शक हुआ तो जांच की। पता चला कि ओम प्रकाश उस पर अवैध संबधों का शक करता था। उसने पति के सोने के बाद अपने हाथों से रस्सी का फंदा बनाकर गला दबा दिया।
5 नवम्बर 2022 में जोधपुर में रहने वाली सीमा ने अपने पति चरण सिंह की हत्या कर दी। पति चरण सिंह राजस्थान सरकार में सहायक कृषि अधिकारी था। शादी के सात साल तक सीमा ने पति चरण सिंह को खुद को टच तक करने नहीं दिया। बाद में पता चला कि सीमा का अपनी बहनों और सहेलियों से समलैंगिक रिश्ते थे। पति ने विरोध किया तो उसे मारा और फिर पत्थर काटने वाले कटर से बीस टुकड़े कर दिए।
6 बांसवाड़ा जिले के सल्लापोट इलाके में पिछले दिनों एक हत्याकांड का खुलासा हुआ। कई महीनों के बाद इसका पता उस समय चला जब पुलिस किसी मिसिंग केस की जांच कर रही थी। पता चला कि अरविंद नाम के व्यक्ति को उसकी पत्नी ने अपने जीजा धनपाल के साथ मिलकर डंडों से मरने तक पीटा। उसके बाद उसे घर में दफना दिया और वहां टॉयलेट बनवा दिया। उसी घर में कई महीनों तक जीजा के साथ अय्याशी करती रही।
7 भरतपुर में नवम्बर 2022 में जो हुआ वह तो और भी खौफनाक था। पत्नी रीमा ने अपने पति पवन को अपने प्रेमी भूपेन्द्र के साथ मिलकर मार दिया। लाश को ठिकाने नहीं लगा सकी तो घर में ही डबल बैड पर छुपा दिया। उसके बाद वट सावित्री का व्रत आया तो पति की लंबी उम्र की कामना की। खीर-पुरी बनाई। पति की पूजा की और उसी बैड पर बैठकर व्रत खोला जहां पति की लाश पड़ी थी।