कांग्रेस ने कांस्टीट्यूशन क्लब के उद्घाटन का क्यों किया बहिष्कार? डोटासरा ने बताई वजह; बीजेपी MLA बोले- केवल खड़ा किया ढांचा
Rajasthan News: जयपुर में कांस्टीट्यूशन क्लब के उद्घाटन को लेकर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस ने 8 मार्च को होने वाले उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया है।
Constitution Club Inauguration in Jaipur: राजधानी जयपुर में कांस्टीट्यूशन क्लब के उद्घाटन को लेकर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस ने 8 मार्च को होने वाले उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया है। कांग्रेस का कहना है कि जिसका उद्घाटन पहले ही हो चुका है, उसका दोबारा उद्घाटन करने का कोई औचित्य नहीं है। वहीं, बीजेपी ने कांग्रेस के इस रुख पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर पहले उद्घाटन हुआ था, तो क्लब का संचालन शुरू क्यों नहीं किया गया?
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आरोप लगाया कि हमारी सरकार ने कांस्टीट्यूशन क्लब न केवल बनवाया बल्कि उसका उद्घाटन भी कर दिया था। बावजूद इसके, अब फिर से उद्घाटन किया जा रहा है, जो गलत परंपरा को जन्म देगा। जूली ने कहा कि हम इस समारोह का बहिष्कार करेंगे और इस प्रकार की गलत परंपरा का हिस्सा नहीं बनेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि क्लब में पहले से ही उद्घाटन पट्टिका लगी हुई है, जिससे स्पष्ट है कि इसका उद्घाटन पहले हो चुका है। ऐसे में कांग्रेस ने सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की है।
श्रेय लेने की राजनीति हो रही- डोटासरा
PCC चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इस मुद्दे पर बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि यह उद्घाटन नहीं बल्कि ‘शुभारंभ’ की आड़ में श्रेय लेने की राजनीति है। डोटासरा ने कहा कि कॉन्स्टीट्यूशन क्लब के कथित शुभारंभ की आड़ में ‘दोबारा’ किए जा रहे उद्घाटन का कांग्रेस विधायक दल ने भारी मन से और गलत परिपाटी को रोकने के लिए बहिष्कार किया है।
राजस्थान की राजनीति में यह रिवाज उचित नहीं है, पूरी कांग्रेस पार्टी नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली जी के निर्णय के साथ है। जिस क्लब का निर्माण से लेकर उद्घाटन तक हो चुका हो, फिर ऐसे कथित शुभारंभ का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि कथित शुभारंभ भाजपा की अंतर्कलह को भी दर्शाता है। राजस्थान में भाजपा के नेता अपना वर्चस्व दिखाने और श्रेय लेने के लिए अपने ही मुख्यमंत्री का अपमान कर रहे हैं।
कॉन्स्टीट्यूशन क्लब के कथित शुभारंभ की आड़ में 'दोबारा' किए जा रहे उद्घाटन का कांग्रेस विधायक दल ने भारी मन से और गलत परिपाटी को रोकने के लिए बहिष्कार किया है।
राजस्थान की राजनीति में यह रिवाज उचित नहीं है, पूरी कांग्रेस पार्टी नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली जी के निर्णय के साथ… pic.twitter.com/Bh4w0x8oqI
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) March 6, 2025
‘कांग्रेस गलत परंपरा का हिस्सा नहीं बनेगी’
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का निमंत्रण पत्र मुख्यमंत्री के पद, प्रतिष्ठा एवं गरिमा के विपरित है। निमंत्रण पत्र में मुख्यमंत्री का अपमान करके उन्हें नीचा दिखाने का प्रयास किया गया है। प्रोटोकॉल के नियमों में माननीय राज्यपाल के बाद मुख्यमंत्री का पद शीर्षस्थ होता है, लेकिन कॉन्स्टीट्यूशन क्लब के निमंत्रण में कुछ और ही दिख रहा है।
डोटासरा ने कहा कि श्रेय लेने की सियासत में भाजपा नेता भिड़ रहे हैं और खुलेआम एक-दूसरे का अपमान कर रहे हैं। इसलिए कांग्रेस पार्टी ऐसी गलत परंपरा का हिस्सा नहीं बनेगी।
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BJP ने काग्रेस को दिया ये जवाब
बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सिर्फ ढांचा खड़ा कर देने से कोई परियोजना पूरी नहीं हो जाती। अगर पहले उद्घाटन हो चुका था, तो क्लब का संचालन शुरू क्यों नहीं किया गया? भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेस केवल राजनीतिक फायदा उठाने के लिए इस मुद्दे को तूल दे रही है।
बीजेपी विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने सिर्फ पट्टियां लगाने का काम किया। विधायक आवास में डेढ़ साल नहीं हुआ, दरारें आ गईं, टाइलें उखड़ गईं, छत से पानी टपकने लग गया। कांग्रेस ने ऐसे भ्रष्टाचार के नमूने जगह-जगह खड़े कर दिए। कांग्रेस ने सिर्फ सिलापट्टी लगाने का ही काम किया।
क्या है कांस्टीट्यूशन क्लब विवाद?
बताते चलें कि पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के समय इस क्लब का निर्माण हुआ था और उद्घाटन भी हो चुका था। अब बीजेपी सरकार फिर से उद्घाटन करने जा रही है, जिसे कांग्रेस गलत परंपरा बता रही है। कांग्रेस ने इस दोबारा उद्घाटन का बहिष्कार करने का ऐलान किया है।