अस्पताल में 30 फीसदी केस गर्मी के असर से
राजधानी के जेकेलाेन अस्पताल में 30 फीसदी केस गर्मी के असर से होने वाली बीमारियों के आ रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि फूड पॉइजनिंग के कारण ऐसा हो रहा है। अस्पताल में रोज 1,500 तक मरीजों का आउटडोर होता है। इनमें 30 फीसदी केस उल्टी-दस्त के आ रहे हैं।JEE Main Session 2 Result Declared : राजस्थान के 5 स्टूडेंट्स ने हासिल किया 100% स्कोर
चिकित्सा विभाग ने भी जारी कर चुका निर्देश
गर्मी को देखते हुए चिकित्सा विभाग भी दिशा-निर्देश जारी कर चुका है। अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा व स्वास्थ्य शुभ्रा सिंह ने संबंधित विभागों को एक्शन प्लान बनाने के निर्देश दिए हैं। राजकीय और निजी अस्पतालों के साथ ही अन्य संस्थानों में फायर ऑडिट व फायर एनओसी के कार्य को अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्कूलों में नो-बैग-डे के अवसर पर विभिन्न इंफॉर्मेशन एजुकेशन कम्युनिकेशन (आइईसी) गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों को गर्मीजनित बीमारियों के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए हैं।हालात हैं ये
राजधानी के अधिकतर निजी स्कूलों में यह हालात हैं कि कैंटीन में फास्ट फूड ही परोसा जाता है। शिक्षा विभाग की ओर से समय-समय पर दिशा-निर्देश जारी किए जाते हैं। इसके बाद भी शिक्षा अधिकारियों की ओर से कार्रवाई नहीं की जाती।–डॉ. सुधीर महर्षि, गेस्ट्रो एंट्रोलॉजिस्ट, एसएमएस अस्पताल