विधानसभा के बाहर गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान सरकार हठधर्मिता पर अड़ी है। सरकार को अपना ईगो छोड़कर गतिरोध दूर करने के लिए आगे आना चाहिए। गोविंद सिंह डोटासरा ने यहां तक कह दिया कि वह स्पीकर के घर जाकर खेद जता देंगे। इसके बाद क्या बच जाता है? परसों भी कांग्रेस विधायकों ने धरना दिया। लेकिन, सरकार की तरफ से कोई बातचीत तक के लिए नहीं आया है।
डोटासरा बोले-सरकार नहीं चाहती सदन चलाना
वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि हम सदन चलाना चाहते है। लेकिन, सरकार ऐसा नहीं चाहती है। हम इंदिरा गांधी के लिए मंत्री की ओर से बोले गए दादी शब्द को सदन की कार्यवाही से हटाने के साथ मंत्री के माफी मांगने की मांग कर रहे हैं। यदि सत्तापक्ष हठधर्मिता अपनाते हुए हमारी मांगों को पूरा कर गतिरोध खत्म नहीं करता तो विधानसभा के बाहर धरना जारी रखेंगे।
विधानसभा के लिए बनेगा एक नया इतिहास?
सदन में आज वित्त मंत्री दिया कुमारी बजट बहस का जवाब देंगी। लेकिन, नेता प्रतिपक्ष का बजट बहस पर भाषण नहीं हुआ तो यह राजस्थान विधानसभा के लिए एक नया इतिहास भी बन जाएगा। क्योंकि अभी तक सदन में गतिरोध खत्म नहीं हुआ है।
ये है विवाद की असली वजह
सदन में इंदिरा गांधी को मंत्री की ओर से दादी बोलने और कांग्रेस के गोविंद डोटासरा सहित छह विधायकों के निलंबन को लेकर कांग्रेस धरना दे रही है। सत्ता पक्ष व अध्यक्ष गतिरोध दूर नहीं होने के लिए विपक्ष का दोषी ठहरा रहे हैं। वहीं, विपक्ष सदन नहीं चलने देने के लिए सत्ता पक्ष को दोषी ठहरा रहा है।