हल्दी (turmeric) एक मसाला है और जड़ीबूटी भी है। यह करकुमा लोंगा पौधे की जड़ से प्राप्त होता है, जो अदरक परिवार में एक बारहमासी है। हल्दी का सबसे प्रमुख सक्रिय अंश है करक्यूमिन। करक्यूमिन हल्दी को पीला रंग देता है।
Benefits of turmeric : आयुर्वेदिक चिकित्सा में हल्दी (turmeric) का उपयोग कई वर्षों से किया जा रहा है। आयुर्वेद में इसे हरिद्रा कहते है। हल्दी भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण पूर्व एशिया का पौधा है। यह एक बारहमासी पौधा है इसके पौधे में फूल आते है।
हल्दी का पानी पीने के फायदे
हल्दी (turmeric) में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। इस वजह से हल्दी का पानी पीने से शरीर में सूजन कम होती है। हल्दी वाला पानी पीने से जॉइंट पेन और अर्थराइटिस जैसी समस्याओं का इलाज किया जा सकता है।
हल्दी (turmeric) में करक्यूमिन, एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में मदद करते हैं। शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है और ऐसे आप बीमारियों की चपेट में आने से बचते हैं।
हल्दी (turmeric) का पानी पीने से शरीर डिटॉक्सिफाई होता है। खून साफ होता है और ऐसे आप मुंहासे और पिंपल की समस्या से बचते हैं। इसे पीने से त्वचा में निखार बढ़ता है। झुर्रियां और एजिंग साइंस से छुटकारा मिलता है।
हल्दी (turmeric) में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को स्ट्रेस से बचाने में मददगार होते हैं। दिमाग तेज होता है और मस्तिष्क के कार्य में भी सुधार होता है। हल्दी (turmeric) करक्यूमेन पाया जाता है जो एक एंटी कैंसर एजेंट की तरह काम करता है। यह कैंसर कोशिकाओं को रोकने में मदद करती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को होने वाले फ्री रेडिकल्स के नुकसान से बचता है।
वेट लॉस में भी हल्दी का पानी (turmeric water )मददगार साबित हो सकता है। यह आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को ट्रैक पर रखता है। इससे मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और वेट लॉस में मदद मिलती है।
कैसे बनाएं हल्दी का पानीहल्दी का पानी बनाने के लिए एक गिलास पानी गर्म करें
इसमें आधी छोटी चम्मच हल्दी डालें और अच्छी तरह से मिक्स होने दे.
अब इस पानी को उबालकर एक कप में छान लें, इसमें शहद मिलाकर रोज सुबह पिएं
हल्दी के फायदे – (Haldi Benefits in Hindi)
हल्दी सिर्फ भोजन का स्वाद ही नहीं बढ़ाती बल्कि विभिन्न तरह के शारीरिक फायदे भी प्रदान करती है। जानते है हल्दी के फायदे क्या है। 1) चोट का घाव भरने में
2) हाथ-पैरों का दर्द मिटाएं
3) रक्त शोधन
4) मजबूत हड्डियां
5) कैंसर से बचाएं
6) पाचन सुधारे
7) लिवर रहे स्वस्थ
8) अर्थराइटिस-ज्वाइंट्स पेन 9) पायरिया में
10) मुँह के छालें 11) रंगत निखारे 10) सिर की फुंसियों 11) कान बहने में आराम 12) गले की खराश 13) दाद खुजली में डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।