कीवी खाने के फायदे : Benefits of eating kiwi
Benefits of eating kiwi: इम्यूनिटी बूस्ट करें कीवी को इम्यून बूस्ट करने के लिए एक अच्छा विकल्प माना जाता है। कीवी में विटामिन-सी अच्छी मात्रा में होता है। विटामिन-सी शरीर में एक प्रभावशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है, जो कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव क्षति से सुरक्षित रखता है। कीवी का खाने से संक्रामक बीमारियों जोखिम कम हो जाता है। Benefits of eating kiwi: हृदय, किडनी के लिए फायदेमंद कीवी हृदय, गुर्दे, मांसपेशियों और तंत्रिकाओं के सही कार्य के लिए कीवी का सेवन बेहद फायदेमंद माना जाता है। एक कीवी में लगभग 215 मिलीग्राम तक पोटेशियम होता है, इसलिए कीवी का सेवन आपके रक्तचाप और तंत्रिकाओं के लिए फायदेमंद माना जाता है। पोटेशियम की पर्याप्तता उच्च रक्तचाप और स्ट्रोक जैसी हृदय संबंधी समस्याओं को कम करने, किडनी की पथरी और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों से बचाने में सहायक है।
Benefits of eating kiwi: ब्लड क्लॉटिंग में फायदेमंद कीवी यदि आप प्रतिदिन दो से तीन कीवी का सेवन करते हैं तो इससे रक्त को पतला करने और समय के साथ हृदय स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद मिल सकती है। नसों में जब रक्त के थक्के जमने लगते हैं तो हृदय और मस्तिष्क में रक्त प्रवाह में रुकावट आ जाती है जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे में कीवी खाने से रक्त में वसा के स्तर को कम करके थक्कों के बनने से रोका जा सकता है।
Benefits of eating kiwi: पाचन तंत्र के लिए कीवी फायदेमंद अनुसंधानों से यह स्पष्ट होता है कि कीवी में लगभग 33% घुलनशील और 67% अघुलनशील फाइबर होता है। इसलिए फाइबर न केवल रक्त शर्करा के स्तर को संतुलित रखने में मदद करता है, बल्कि यह हृदय और पाचन स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। फाइबर का सेवन आपके पूरे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता है।
Benefits of eating kiwi: विटामिन सी के लिए कीवी फायदेमंद यदि आप में विटामिन सी की कमी है तो आप कीवी फल का सेवन कर सकते हैं। कीवी आपकी विटामिन सी की कमी को दूर करता है साथ ही त्वचा के स्वास्थ के लिए फायदेमंद होता है। इसका सेवन इम्यूनिटी को भी बूस्ट करता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।