पवनमुक्तासन (Pawanmuktasana)
अगर आपको यूरिक एसिड की समस्या है, तो यह योग आसन रोजाना 5 मिनट करने से
यूरिक एसिड का लेवल कम हो सकता है। साथ ही पवनमुक्तासन योगासन पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करता है।
सही तरीका: अपने पैरों को सीधा करके बैठ जाएं। अपने घुटनों को मोड़कर अपने पैरों को अपने पेट के पास लाएं। अपने हाथों से अपने घुटनों को पकड़ें और अपने सिर को अपने घुटनों तक लाने की कोशिश करें।
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सेतुबंधासन गुर्दे की कार्यक्षमता में सुधार करता है और यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में सहायक हो सकता है। यह आसन शरीर की मजबूती बढ़ाने के साथ ही तनाव को भी कम करता है।
सही तरीका: अपनी पीठ के बल लेट जाएं। अपने घुटनों को मोड़कर अपने पैरों को अपने कूल्हों के पास लाएं। अपने हाथों को अपने शरीर के बगल में रखें और अपने हिप्स को ऊपर उठाएं।
भुजंगासन (Bhujangasana)
भुजंगासन एक बेहतरीन योगासन है जो यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है और पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है, साथ ही यह आसन रीढ़ की हड्डी को भी मजबूत बनाता है। सही तरीका: अपने पेट के बल लेट जाएं। अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रखें और अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को ऊपर उठाएं।
त्रिकोणासन (Trikonasana)
त्रिकोणासन शरीर को लचीला बनाने और यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद करता है। रोज इस योगासन को करने से बॉडी पोस्टर सुधारता है और पैरों की मांसपेशियों को भी मजबूत करता है। सही तरीका: अपने पैरों को सीधा करके खड़े हो जाएं। अपने पैरों को लगभग 3-4 फीट की दूरी पर रखें। अपने दाहिने हाथ को अपने दाहिने पैर के पास जमीन पर रखें और अपने बाएं हाथ को ऊपर उठाएं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।