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जिंदा लोगों को भी अफसरों ने दे दिए अंत्येष्टि योजना के 1.68 करोड़ रुपए ग्रीन साउथ एवेन्यू (शिवपुरी लिंक रोड) में रहने वाले धर्मवीर ग्वालियर में उड़नदस्ते के प्रभारी थे। धर्मवीर सिंह यहां अकेले रहते थे। उनका परिवार कीं में रहता है। उनके बड़े भाई समर सिंह ने बताया, धर्मवीर के साथ यहां वाहन चालक रहता था। वहीं देखभाल करता था। रात 11 बजे भाई से बात हुई थी। वह डिनर के बाद सोने जा रहे थे। सुबह करीब 6 बजे चालक उनके लिए चाय बनाकर लाया था। कई बार आवाज लगाने के बाद भी वो नहीं उठे तो चालक ने उन्हें हिलाया डुलाया, लेकिन उनका शरीर ठंडा पड़ चुका था। अनहोनी की आशंका पर आसपास के लोगों को बुलाया।
डॉक्टरों ने बताया मृत
आसपास वालों की मदद से धर्मवीरसिंह को एक हजार बिस्तर अस्पताल ले गया। यहां चिकित्सकों ने चेकअप कर उन्हें मृत बता दिया। समर सिंह का कहना है भाई धर्मवीर सिंह को संभवतः साइलेंट अटैक आया है। उसकी वजह से उनकी मौत हुई है। ये भी पढें –
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धर्मवीर सिंह के परिजन हार्ट अटैक को उनकी मौत की वजह मान रहे हैं, लेकिन पुलिस मामले की जांच कर रही है। दरअसल सिपाही सौरभशर्मा की काली कमाई का भांडा फूटने से परिवहन विभाग पिछले कुछ समय से जांच के दायरे में है। सौरभशर्मा एएसआई धर्मवीर सिंह के साथ भी पवस्थ रहे हैं। उधर पुलिस का कहना है धर्मवीर सिंह को शराब पीने की आदत भी थी। मौत के वक्त वह घर में बिल्कुल अकेले थे। उनके पड़ोसी भी कुछ नहीं बता पाए हैं। इसलिए जांच तो जरूरी है। फिलहाल उनके घर को फोरेंसिक जांथ के लिए सील किया है। उनके शव का चिकित्सकों के पैनल से परीक्षण कराया गया है।
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परिवहन विभाग के एएसआई का शव उनके घर में मिला है। फिलहाल मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। शव का परीक्षण कराया गया है। – रॉबिन जैन, सीएसपी इंदरगंज सर्किल
गुना चेक पोस्ट से चार महीने पहले ग्वालियर हुई थी पोस्टिंग
परिवहन विभाग में पदस्थ एएसआई धर्मवीर सिंह की पोस्टिंग चार महीने पहले ग्वालियर फ्लाइंग प्रभारी के रूप में हुई थी। वे ग्वालियर पदस्थ होने से पहले गुना में चेक प्वाइंट पर पदस्थ थे। एएसआई यादव अगस्त-2025 में सेवानिवृत्त होने वाले थे। वे मूलतः चित्रकूट के रखने वाले थे। परिवार में दो बेटे और एक बेटी हैं।