ग्वालियर में लुढ़का न्यूनतम पारा
राजस्थान में बना कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़ गया है और पश्चिमी विक्षोभ भी गुजर गया है। इससे कश्मीर की सर्द हवा ने दस्तक दे दी और न्यूनतम तापमान में 4.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज हुई। इससे रात में ठंडक का अहसास हुआ। दिन में सूरज के तेवर नरम रहे। मौसम विभाग के अनुसार नया पश्चिमी विक्षोभ आने तक उत्तरी हवा चलेगी, इससे मौसम में ठंडक रहेगी। दरअसल बीते दो दिनों सेे शहर में पश्चिमी हवा चल रही थी। इसकी वजह से अधिकतम तापमान सामान्य से काफी ऊपर पहुंच गया था और दिन में गर्मी का अहसास होने लगा था। रात में भी ठंडक घट गई थी। रात में भी सर्दी का अहसास नहीं था। मौसम में आए बदलाव ने किसानों की चिंता बढ़ा दी थी, लेकिन अब मौसम में बदलाव आया है, जिससे हल्की राहत मिली है। अधिकतम तापमान सामान्य से 0.7 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से 1 डिग्री सेल्सियस कम रहा।
8-10 मार्च के बाद फिर चढ़ेगा पारा, छाएंगे बादल
मार्च के दूसरे सप्ताह में इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग में तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री ज्यादा रहेगा लेकिन,
भोपाल,
जबलपुर, सागर, रीवा, शहडोल,
ग्वालियर और चंबल संभाग में तापमान सामान्य रहने की उम्मीद है। इस दौरान बादल छाएंगे, लेकिन बारिश नहीं होगी।
15-17 मार्च के बाद चलेगा हल्की बारिश का दौर
वहीं तीसरे हफ्ते में उत्तर-पश्चिमी हवाओं के असर से न्यूनतम तापमान इंदौर संभाग में सामान्य से 3-4 डिग्री ज्यादा रहने की संभावना है तो, शेष प्रदेश में न्यूनतम तापमान 19-21 डिग्री रहेगा। इस दौरान पूर्वी और दक्षिणी क्षेत्रों में हल्की बारिश और गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी की संभावना है।
20-22 मार्च के बाद फिर बादल, बारिश के आसार, चलेगी लू
मार्च के अंत में उत्तर-पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से रीवा और शहडोल संभाग में न्यूनतम तापमान 22-24 डिग्री तो, भोपाल सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 3-4 डिग्री अधिक रहेगा। जबलपुर, शहडोल और नर्मदापुरम संभाग में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। ग्वालियर, चंबल, इंदौर, उज्जैन, सागर और रीवा संभाग के कुछ जिलों में हीट वेव का असर रहेगा।