इसमें हाथी-घोड़ों के साथ शस्त्र और शास्त्र पूजन भी होगा। तिलकोत्सव के लिए 135 देशों की नदियों और समुद्र के साथ ही गंगा-सरयू के जल को लाया गया है। हनुमानगढ़ी से लाए गए सिंदूर से राहुल देव सिंह का तिलकोत्सव होगा। वह 11 लाख मंत्रों से अभिमंत्रित रूद्राक्ष धारण करेंगे। आयोजन में देश-विदेश की कई बड़ी हस्तियां शामिल होंगी।
1951 तक गोविंद सिंह जूदेव रहे थे दतिया नरेश
1907 से 1951 के बीच दतिया नरेश महाराज गोविंद सिंह जूदेव रहे। इनके बेटे महाराज जसवंत सिंह जूदेव की धर्मपत्नी पद्मा कुमारी की वसीयत और उनके अंतिम संदेश के आधार पर दामाद राहुल देव सिंह को उत्तराधिकारी घोषित किया गया था। इसी आधार पर 44 वर्षीय राहुल देव सिंह का तिलकोत्सव तीसरी पीढ़ी के बाद होने जा रहा है।
यह होंगे शामिल
दीपक बजाज, फिल्म निर्माता अशोक ठाकरिया, फिल्म अभिनेत्री ईशा गुप्ता, छत्रपति शिवाजी के वंशज और राज्यसभा सदस्य उद्दयन राजे भोंसले, रामजन्मभूमि के प्रबंधक और कृष्ण जन्मभूमि की निर्माण समिति के सचिव अभिलेष सिंह सहित देशभर के पूर्व रजवाड़ों, बुंदलेखंड की पूर्व रियासत के जागीरदार आदि पहुंचेंगे।
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