10 अप्रैल से शुरू हुई बारिश, खेतों में खराब हो रहा पीला सोना, किसानों के अरमानों पर फिर पानी
गोंडा में एक लाख 10 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बोआई की गई है। इसमें से करीब 20 हजार हेक्टेयर फसल काटकर सूखने के लिए खेतों में रखी गई थी। बीते 10 अप्रैल को हुई बेमौसम बारिश से फसल भीग गई थी। मौसम साफ होने के बाद किसान भीगी फसलें सुखाने में जुट गए। शनिवार को फिर हल्की बारिश ने गेहूं के फसल को भिगो दिया। रविवार सुबह धूप खिली और किसान खेतों में फसल सुखाने लगे। लेकिन शाम पांच बजे आसमान में घने बादल छा गए। धूल भरी आंधी चलनी शुरू हो गई। इसे सफल कर रहे लोगों को जहां परेशानी का सामना करना पड़ा।कहीं हल्की तो कहीं माध्यम तो कुछ स्थानों पर हुई झमाझम बारिश
बारिश के बात करें तो गोंडा के लगभग इलाकों में कहीं हल्की से माध्यम तो कहीं सिर्फ बूंदाबांदी होने से फसलों की कटाई पर ब्रेक लग गया है। निचले इलाकों में खेतों में पानी लग जाने के कारण पीला सोना अब खराब होने लगा है। किसानों का कहना है कि 10 अप्रैल से शुरू हुई बे मौसम बारिश के कारण गेहूं का दाना अब काले पड़ने की संभावना है। वहीं, आंधी के कारण आम की बागवानी करने वाले किसानों को नुकसान हुआ है। यह भी पढ़ें