scriptPm Awas Yojana: पीएम आवास में फर्जीवाड़ा, जॉब कार्ड किसी का लाभ मिला किसी और को, 30 से अधिक मामले आए सामने | Fraud in PM Awas Yojana, someone else got the benefit of job card | Patrika News
धमतरी

Pm Awas Yojana: पीएम आवास में फर्जीवाड़ा, जॉब कार्ड किसी का लाभ मिला किसी और को, 30 से अधिक मामले आए सामने

Pm Awas Yojana: पीएम आवास योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां जॉब कार्ड किसी का और लाभ किसी और को दिला दिया गया। ऐसे एक-दो नहीं 30 से अधिक केस सामने आ चुके हैं।

धमतरीApr 15, 2025 / 12:27 pm

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Pm Awas Yojana: पीएम आवास में फर्जीवाड़ा, जॉब कार्ड किसी का लाभ मिला किसी और को, 30 से अधिक मामले आए सामने
Pm Awas Yojana: डबल इंजन सरकार में अभी पीएम आवास योजना का जमकर प्रचार हो रहा है। भाजपाई योजनाओं को लेकर गांव चलो-बस्ती चलो अभियान भी चला रही। इधर धमतरी जिले के ग्राम पंचायत भटगांव में पीएम आवास योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां जॉब कार्ड किसी का और लाभ किसी और को दिला दिया गया। ऐसे एक-दो नहीं 30 से अधिक केस सामने आ चुके हैं। अधिकारी अब इस मामले की जांच के बाद आगे कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं।
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फर्जीवाड़े के तह तक पहुंचने पत्रिका की टीम ग्राम भटगांव पहुंची। पीएम आवास के लिए आवेदन की महिलाओं ने कहा कि उन्हें वर्षों से पीएम आवास का इंतजार है। जब भी वे पंचायत या उच्च कार्यालय पहुंचते तो आवास का लाभ पहले ही मिल जाने की जानकारी देकर लौटा दिया जाता था, लेकिन हकीकत सामने नहीं आई। कुछ महीने पूर्व जब हितग्राहियों ने सेल्फ सर्वे और च्वाइस सेंटर पहुंचकर फिर से आवेदन किया तो हकीकत सामने आ गई। उनके मनरेगा जॉब कार्ड नंबर से गांव के ही दूसरे हितग्राहियों को लाभ दिला दिया गया है।
बकायदा इन्हें राशि जारी हो गई और इनका मकान भी बन गया है। इस मामले में संबंधित हितग्राहियों (जिन्हें आवास का लाभ मिला) का कहना है कि उन्होंने पूर्व में आवास के लिए आवेदन किया था। राशि आने पर उन्होंने मकान निर्माण कराया। गड़बड़ी कहां, कैसे हुई ये उन्हें नहीं मालूम। ग्रामीणों का कहना है कि यदि इस मामले की सूक्ष्मता से जांच हो तो बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आएगा।
1
. आवेदक केवरा बाई के जॉब कार्ड क्रमांक-सीएच-09-001-072-001/24 में गांव के ही रंजीत पिता नाऊराम के नाम से आवास स्वीकृत हुआ है। केवरा बाई जब च्वाइस सेंटर में आवेदन करने पहुंची तब उसे इसकी जानकारी हुई।
2
पुरूषोत्तम पिता मोहन साहू के जॉब कार्ड क्रमांक-सीएच-09-001-072-001/388 में गांव के ही मोहन पिता बहुर के नाम से ग्रामीण आवास स्वीकृत हुआ है। सेल्फ सर्वे करने पर पुरूषोत्तम के जॉब कार्ड में पहले से ही आवास स्वीकृत होना दिखा।
केस

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गौरी सिन्हा पति स्व रामनाथ सिन्हा के जॉब कार्ड क्रमांक-सीएच-09-001-072-001/360 में गांव के ही मिथुन पिता समारूराम के नाम से वर्ष-2016-17 में आवास स्वीकृत हुआ है। सेल्फ सर्वे करने पर संबंधित पोर्टल में गौरी सिन्हा के नाम से पहले से ही आवास स्वीकृत होना शो हो रहा है।
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उर्मिला पति सुंदर देवांगन के जॉब कार्ड मेें गांव के ही मंगलू पिता मिलऊराम के नाम से ग्रामीण आवास स्वीकृत हुआ है। यह आवास वर्ष-2017 में बना है। उर्मिला जब आवास के लिए आवेदन करने गई, तब उसके नाम से पहले से ही आवास पास होने की जानकारी हुई।
गौरी बाई ने कहा कि जब वह च्वाइस सेंटर पहुंची तब उन्हें जानकारी हुई कि उनके जॉब कार्ड से किसी मिथुन को आवास का लाभ मिला है। उन्हाेंने कहा कि उनका भी मकान जल्द से जल्द बने। उर्मिला की बेटी पेरिना देवांगन ने बताया कि उनकी मां ने 4-5 बार पीएम आवास के लिए आवेदन कर चुकी है। ऑनलाइन आवेदन करने गए तो जानकारी हुई कि उनके जॉब कार्ड नंबर से किसी दूसरे को योजना का लाभ दिला दिया गया है। रोजगार सहायिका से फरियाद लगाने पर आज कल का अलाप रट रही है। हम खपैरल के कच्चे मकान में रह रहे है। हमें भी लाभ मिलना चाहिए। केंवरा बाई ने कहा कि मेरे कच्चे मकान में साड़ी बांधकर मैं गुजर-बसर कर रही हूं। रोजगार सहायिका और पंच आवास योजना का लाभ मिल चुका है बोल रहे।
केन्द्र सरकार ने पीएम आवास ग्रामीण के लिए अब सेल्फ सर्वे का आप्शन दिया है। सेल्फ सर्वे से गड़बड़ी सामने आई। कुछ समय पूर्व गांव के ही 15-20 महिलाओं ने आकर मुझसे मौखिक शिकायत की थी। यह मेरे कार्यकाल का नहीं है। विधिवत लिखित शिकायत प्राप्त होने पर गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई की मांग करेंगे। फागूराम साहू, सरपंच भटगांव
पीएम आवास ग्रामीण के लिए प्रगणक और सेल्फ सर्वे कराया जा रहा है। सेल्फ सर्वे से ही त्रुटि की जानकारी मिली है। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई है। सत्यापन के बाद इसमें सुधार हो जाने की जानकारी दी जा रही है। वीणा साहू, रोजगार सहायिका भटगांव
मीडिया के माध्यम से ग्राम भटगांव में दूसरे के जॉब कार्ड में गांव के ही अन्य व्यक्तियों को पीएम आवास ग्रामीण का लाभ मिलने की जानकारी मिली है। मामले की जांच कराएंगे। जांच के बाद ही इस मामले में कुछ कह पाऊंगा। दीपक ठाकुर, सीईओ जनपद पंचायत धमतरी

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