DPRO के आदेश की अवहेलना करते रहे प्रधान
जानकारी के मुताबिक पंचायत सहायक पद के लिए ज्योति तिवारी नाम की महिला ने आवेदन किया था। जांच में सामने आया कि ज्योति के ससुर दिनेश पांडेय खुद ग्राम सभा के निर्वाचित सदस्य हैं। नियमों के अनुसार बहू की नियुक्ति तभी संभव थी जब ससुर पद से इस्तीफा देते।DPRO ने इस पर स्पष्ट निर्देश जारी किए थे कि प्रधान जरूरी कार्रवाई कर रिपोर्ट दें, लेकिन प्रधान ने न तो जवाब दिया और न ही आदेशों का पालन किया।
DM ने तत्काल प्रभाव से ग्राम प्रधान को किया बर्खास्त
डीएम ने इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए 9 अप्रैल को एक आदेश जारी किया और प्रधान की सभी शक्तियों को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया। अब गांव में त्रिस्तरीय समिति गठित की गई है, जो सभी जिम्मेदारियां संभालेगी।इतना ही नहीं, इस मामले में लापरवाही बरतने वाले सचिव पर भी गाज गिरी है। इनकी भी पंद्रह दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी गई है।