दौसा में अंतिम संस्कार को लेकर दो पक्षों में झड़प, 6 घंटे बाद बनी सहमति, जानें पूरा मामला
दौसा के उदयपुरा गांव स्थित ढेहरा की ढाणी में अंतिम संस्कार को लेकर बुधवार को विवाद हो गया। दो पक्ष के ग्रामीणों में झड़प हो गई। इसमें कुछ लोग चोटिल हो गए।
मेहंदीपुर बालाजी (दौसा)। उदयपुरा गांव स्थित ढेहरा की ढाणी में अंतिम संस्कार को लेकर बुधवार को विवाद हो गया। दो पक्ष के ग्रामीणों में झड़प हो गई। इसमें कुछ लोग चोटिल हो गए। तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग कर समझाइश का प्रयास किया। करीब 6 घंटे की जद्दोजहद के बाद दोनों पक्षों के बीच सहमति बनी और शव का अंतिम संस्कार किया जा सका।
जानकारी के अनुसार ढेहरा ढाणी में बुधवार को भूरमल सैनी पुत्र लक्ष्मण की बीमारी के चलते मौत हो गई। शव यात्रा लेकर परिजन अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे तो दूसरे पक्ष ने खातेदारी भूमि बता अंतिम संस्कार नहीं करने को कहा। गिर्राज प्रसाद सैनी ने खुद की खातेदारी भूमि बताते हुए अंतिम संस्कार के लिए भूमि देने से मना कर दिया। वहीं मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि अंतिम संस्कार नहीं करने दिया और मारपीट भी की। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर भूमि पर कब्जा करने का आरोप लगाया।
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इस दौरान मौके पर पहुंचे मानपुर पुलिस उपाधीक्षक दीपक मीना, तहसीलदार हेमेंद्र मीना और बालाजी थाना प्रभारी गौरव प्रधान ने दोनों पक्षों के 5-5 बुजुर्ग लोगों को अलग बैठाकर बात की। गहमा-गहमी के बाद दोनों पक्षों में लिखित समझौता हुआ।
इसमें दोनों पक्षों के बीच सार्वजनिक श्मशान भूमि के लिए विवादित भूमि में से 12 फीट का रास्ता और अंतिम संस्कार के लिए 44 वर्गगज भूमि देने की बात पर सहमति बन गई। इसके बाद ग्रामीणों ने उक्त भूमि में फसल को काटकर श्मशान के लिए रास्ता निकाला। साथ ही मृतक युवक का अंतिम संस्कार किया गया, जिसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली। इस मौके पर उदयपुरा उपसरपंच अशोक सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे।
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