पाकिस्तान के तीसर दिवसीय दौरे पर पहुंचे राजीव शुक्ला ने बुधवार को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल के मौके पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “जब दोनों देशों के बीच क्रिकेट की बात आती है, तो यह बहुत सीधा और स्पष्ट है कि निर्णय भारत सरकार के हाथ में है। हम सरकार के निर्णय के अनुरूप चलेंगे।”
उन्होंने कहा, “बीसीसीआई का हमेशा से यही रुख रहा है। आईसीसी का एक नियम भी है जिसमें सरकार की मंजूरी शामिल है, जो एक महत्वपूर्ण कारक है। जाहिर है कि भारत-पाकिस्तान मैच की मेजबानी करना चाहेंगे, लेकिन इस पर फैसला सरकार को करना है।”
उन्होंने कहा, “हम सरकार के सामने अपना दृष्टिकोण रखते हैं, लेकिन अंतिम फैसला विभिन्न कारकों पर विचार करने के बाद किया जाता है। आखिरकार यह उनका निर्णय है।” लंबे अंतराल के बाद किसी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट की मेजबानी करने में पाकिस्तान के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, “पाकिस्तान काफी समय के बाद किसी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है, और यह देखना बहुत अच्छा है कि उन्होंने इसे कितनी अच्छी तरह से आयोजित किया है।”
भारत द्वारा अपने सभी मैच एक ही स्थान पर खेलने को अनुचित लाभ कहे जाने के तर्क उन्होंने खारिज करते हुए कहा, “आईसीसी के फैसले में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि भारत के मैच दुबई में होंगे, जबकि बाकी मैच पाकिस्तान में होंगे। इसलिए, निष्पक्षता का मुद्दा यहां नहीं आता है। भारतीय और दुबई की पिच अलग-अलग हैं। खिलाड़ी अपनी ताकत पर भरोसा करते हैं, पिच की स्थिति पर नहीं।”