क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, टॉरेंट ग्रुप ने गुजरात टाइटंस में 5035 करोड़ रुपये में 67% हिस्सेदारी खरीदी है। यह बिक्री 7522 करोड़ रुपये के उद्यम मूल्यांकन पर पूरी हुई है। इसके अलावा फ्रैंचाइज़ी समझौते के अनुसार, बीसीसीआई को स्वामित्व समूह के भीतर प्रत्येक लेनदेन का 5% हिस्सा मिलेगा।
सीवीसी कैपिटल ने 5625 करोड़ रुपये में खरीदा था
सीवीसी कैपिटल ने गुजरात टाइटंस को 5625 करोड़ रुपये में खरीदा था। पिछले तीन वर्षों में फ्रैंचाइज़ी ने अपने मूल्य में 34% की बढ़ोतरी की है। बता दें कि जीटी की शुरुआती नीलामी में भी टॉरेंट ग्रुप ने हिस्सा लिया था, लेकिन कोई टीम खरीदने में असफल रहा। उसने उस दौरान 4653 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। खिताबी जीत से आगाज करने के बाद पिछड़ी टीम
बता दें कि गुजरात टाइटंस ने अपना पहला आईपीएल 2022 में खेला था और हार्दिक पंड्या की अगुवाई में खिताब पर कब्जा जमाया था। इसके बाद 2023 में जीटी फाइनल में पहुंची, लेकिन सीएसके से हार गई। फिर 2024 में एक बड़ा बदलाव कप्तान के रूप में देखा गया, जब हार्दिक पांड्या को मुंबई इंडियंस में ट्रेड किया गया, और जीटी की कमान शुभमन गिल के हाथ में आ गई। हालांकि आईपीएल 2024 में जीटी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। वह 2024 की पॉइंट्स टेबल में 8वें पायदान पर रही।