गुजरात टाइटंस ने पहले खेलते हुये आठ विकेट पर 196 रन बनाये थे जिसके जवाब में मुबंई की टीम निर्धारित 20 ओवर में छह विकेट पर 160 रन ही बना सकी। एमआई के धाकड़ ओपनर राेहित शर्मा (8) दूसरे मैच में भी नहीं चले और पहले ही ओवर में उन्हे मोहम्मद सिराज ने अपना शिकार बना लिया। रायन रिकलटन (6) सिराज की गेंद पर क्लीन बोल्ड आउट हुये। तिलक वर्मा (39) और कप्तान सूर्य कुमार यादव (48) ने हालांकि विकेट पर टिके मगर गुजरात के गेंदबाजों ने उन्हे खुल कर खेलने का मौका नहीं दिया।
अपने विस्फोटक अंदाज के लिये माने जाने वाले तिलक अधिक समय तक धैर्य नहीं रख सके और प्रसिद्ध कृष्णा की एक धीमी गेंद को उड़ाने के प्रयास में बाउंड्री लाइन के समीप लपके गये। रन गति बढ़ाने के प्रयास में सूर्य भी कृष्णा की गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे हालांकि अपनी संक्षिप्त पारी में उनके चार छक्के दर्शनीय रहे। कप्तान हार्दिक पंड्या ( 11) को भी गुजरात के गेंदबाजों ने बांधे रखा। नमन धीर और मिचेल सैंटनर 18-18 रन बना कर नाबाद लौटे।
इससे पहले गुजरात के कप्तान शुभमन गिल (38) के साथ साई सुदर्शन (63) ने पारी की शानदार शुरुआत करते हुये पहले विकेट के लिये 8.3 ओवर में 78 रन जोड़ लिये थे। इस बीच गिल रन गति बढ़ाने के चक्कर में हार्दिक पांड्या की गेंद को पुल करने के प्रयास में डीप बैकवर्ड स्काव्यर लेग पर खड़े नमन धीर को कैच थमा बैठे। नये बल्लेबाज जॉस बटलर ने सुदर्शन का भरपूर साथ देते हुये धुआंधार बल्लेबाजी की मगर वह भी मुजीब उर रहमान की फिरकी पर फंस कर अपना विकेट गंवा बैठे। अपनी संक्षिप्त पारी में उन्होने पांच चौके और एक छक्का लगाया।
शाहरुख खान नौ रन के निजी स्कोर पर पांड्या का दूसरा शिकार बने। उधर अपना अर्धशतक पूरा कर चुके सुदर्शन 18वें ओवर की अंतिम गेंद पर ट्रेंट बोल्ड के हाथों पगबाधा करार दिये गये। राहुल तेवतिया रन चुराने के चक्कर में पहली ही गेंद पर रन आउट करार दिये गये। शेरफन रदरफोर्ड (18) ने दो आसमानी छक्के लगा कर दर्शकों का मनोरंजन किया। अंतिम ओवरों में रन गति बढ़ाने के प्रयास में जीटी के तीन बल्लेबाज अपना विकेट गंवा बैठे और मुबंई के गेंदबाजों ने गुजरात को 196 रन पर सीमित कर दिया।