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चित्तौड़गढ़

अधूरी रह गई सांवलिया दर्शन की आस, मंदिर से सिर्फ 40 Km पहले चार दोस्तों की मौत, 300 किमी दूर से आ रहे थे

Chittorgarh Accident News: सभी दोस्त गाड़ी से उज्जैन से रवाना हुए थे और सांवलिया के दर्शन बस उनको मिलने ही वाले थे लेकिन काल ने उनका रास्ता रोक लिया और सांवलिया सेठ के दर्शन से पहले चार लोगों की जान चली गई। जिस जगह पर हादसा हुआ वह जगह मंदिर से सिर्फ चालीस किलोमीटर ही दूर थी।

चित्तौड़गढ़Apr 21, 2025 / 10:09 am

JAYANT SHARMA

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Rajasthan News: राजस्थान के सबसे चर्चित मंदिरों में शामिल सांवलिया सेठ के दर्शन करने के लिए करीब तीन सौ किलोमीटर दूर से आ रहे चार दोस्तों की मौत हो गई। मंदिर सिर्फ चालीस किलोमीटर ही दूर रह गया था। लेकिन एक सड़क हादसे में पच्चीस लाख रुपए की गाड़ी खिलौने की तरह नष्ट हो गई। गाड़ी में 7 लोग सवार थे। उनमें से 4 ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। तीन की हालत बेहद गंभीर है। हादसा चित्तौडगढ़ जिले में निंबाहेड़ा इलाके में देर रात हुआ है।
निंबाहेड़ा पुलिस ने बताया कि देर रात करीब 11 बजे के आसपास की यह घटना है। राजपुताना होटल के नजदीक से गुजरने के दौरान एक स्कॉर्पियो बेकाबू होकर पलट गई। पहले डिवाइडर से टकराई और उसके बाद सामने से आ रहे ट्रक में तेजी से जा घुसी। टक्कर इतनी तेज थी कि भारी-भरकम और मजबूत गाड़ी के भी परखच्चे उड़ गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उसके बाद गाड़ी में सवार सभी सात घायलों को बाहर निकाला और उनको अस्पताल ले जाया गया।
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पता चला कि हादसे में चार लोगों की मौत हो चुकी है। उनकी पहचान उज्जैन निवासी गौरव, अनिल, राजा और संजू के रूप में हुई है। इसके अलावा तीन गंभीर घायल हैं उनकी पहचान दीपक, योगेश और सुनील के रूप में हुई है। सभी आपस में दोस्त-रिश्तेदार बताए जा रहे हैं। सभी उज्जैन के हिंगोरिया गांव और उसके नजदीक स्थित बलाई कस्बे के रहने वाले हैं। उज्जैन से सांवलिया सेठ का मंदिर करीब तीन सौ किलोमीटर बाई रोड पड़ता है। सभी दोस्त गाड़ी से उज्जैन से रवाना हुए थे और सांवलिया के दर्शन बस उनको मिलने ही वाले थे लेकिन काल ने उनका रास्ता रोक लिया और सांवलिया सेठ के दर्शन से पहले चार लोगों की जान चली गई। जिस जगह पर हादसा हुआ वह जगह मंदिर से सिर्फ चालीस किलोमीटर ही दूर थी।

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