रात के अंधेरे में चली खुदाई, सुबह हुआ खुलासा
बताया जा रहा है कि खेत में खुदाई रात के अंधेरे में की गई, जिसका एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में कुछ लोग मिट्टी में दबे सिक्कों को निकालते नजर आ रहे हैं। वहीं, 2 मार्च की रात 1:30 बजे एक तस्वीर भी सामने आई, जिसमें किसी के हाथ में मिट्टी से सना एक अरबी भाषा में लिखा हुआ सिक्का दिखाई दे रहा है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो सका कि यह सिक्का किसके पास है और तस्वीर कहां ली गई। प्रशासन अलर्ट, एसडीएम ने की जांच
सोशल मीडिया पर मामला गरमाने के बाद कलेक्टर हर्ष सिंह ने इस रहस्यमयी खुदाई की जांच नेपानगर एसडीएम भागीरथ वाखला को सौंपी। एसडीएम और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन वहां कोई मौजूद नहीं मिला। खेत में खुदाई के गड्ढे जरूर दिखे, लेकिन सिक्कों की सच्चाई अभी भी रहस्य बनी हुई है। फिलहाल, कुछ संदिग्ध लोगों को चिन्हित किया गया है, जिनसे पूछताछ जारी है।
पुरातत्व विभाग की टीम करेगी जांच
केंद्रीय पुरातत्व संरक्षण अधिकारी विपुल मेश्राम ने बताया कि टीम रविवार को असीरगढ़ पहुंचकर खुदाई स्थल का निरीक्षण करेगी। अगर यह सिक्के वास्तव में ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व के हुए, तो आगे की कार्रवाई की जाएगी। क्या है इस ‘गुप्त खजाने’ का सच?
असीरगढ़ किला पहले भी अपने इतिहास और रहस्यों के लिए जाना जाता रहा है। मुगलकाल के समय यह एक महत्वपूर्ण सैन्य और व्यापारिक केंद्र था। ऐसे में अगर यहां खुदाई में सिक्के निकले हैं, तो यह ऐतिहासिक खोज हो सकती है। वैसे तो पहले भी असीरगढ़ के किले के पास सोने के सिक्के मिलने की अफवाहें उड़ीं है। हालांकि, इस बार हुई खुदाई की कारण बॉलीवुड की फिल्म ‘छावा’ को बताया जा रहा है, जिसमें बुरहानपुर को सोने की खदान बताया गया था। इसी के बाद बुधवार देर रात को असीरगढ़ किले के पास एक खेत में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी और उन्होंने छन्नी लेकर सिक्के ढूंढने शुरू कर दिए थे।