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आखिर कौन होगा बिलासपुर जिला पंचायत का अध्यक्ष? 5 मार्च को गुप्त मतदान से होगा फैसला, जीत के लिए इतने वोट जरूरी

Bilaspur News: त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। बिलासपुर जिला पंचायत के 17 क्षेत्रों में चुनकर आए सदस्यों का फैसला आ चुका है। इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष का पद अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग के लिए आरक्षित है।

बिलासपुरFeb 27, 2025 / 01:35 pm

Khyati Parihar

आखिर कौन होगा बिलासपुर जिला पंचायत का अध्यक्ष? 5 मार्च को गुप्त मतदान से होगा फैसला, जीत के लिए इतने वोट जरूरी
Bilaspur News: त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। बिलासपुर जिला पंचायत के 17 क्षेत्रों में चुनकर आए सदस्यों का फैसला आ चुका है। इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष का पद अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग के लिए आरक्षित है। इस वर्ग के लिए 17 में से 4 सीटें आरक्षित की गई थीं, जिनमें से 2 सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है, जबकि 2 सीट निर्दलीय उमीदवारों के खाते में गई हैं। अब 5 मार्च को जिला पंचायत कार्यालय में गुप्त मतदान के जरिए अध्यक्ष पद के लिए फैसला लिया जाएगा।

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जिला पंचायत चुनाव में 9 सीटें भाजपा, 4 कांग्रेस और 4 निर्दलीयों के खाते में गई हैं। भाजपा को बहुमत हासिल है, लेकिन अध्यक्ष पद के लिए मतदान में क्रॉस वोटिंग का खतरा बना हुआ है। ऐसे में पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी सभी जीते हुए सदस्यों के साथ समीकरण बैठाने में जुट गए हैं। निर्दलीय जीते दो प्रत्याशी कांग्रेस के ही बागी उमीदवार माने जा रहे हैं, जिससे कांग्रेस भी जोड़तोड़ की कोशिश कर रही है। भाजपा के 9 सदस्य होने के बावजूद निर्दलीय उमीदवारों की भूमिका अहम हो गई है, क्योंकि अध्यक्ष पद के लिए 9 से अधिक वोट हासिल करने वाले उमीदवार की जीत तय होगी।
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कांग्रेस भी बना रही रणनीति

भाजपा की ओर से क्षेत्र क्रमांक -2 के राजेश सूर्यवंशी और क्षेत्र क्रमांक-11 की अरुणा सूर्या प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं। चूंकि दोनों उमीदवार एससी वर्ग के लिए आरक्षित क्षेत्र से जीतकर आए हैं और पार्टी के अधिक सदस्य भी जीते हैं, इसलिए इनमें से किसी एक को पार्टी समर्थन दे सकती है। हालांकि, कांग्रेस भी अपने 4 सदस्यों और निर्दलीयों के सहारे अलग रणनीति बनाने में जुटी हुई है।
3 निर्दलीय भी कांग्रेस के ही बागी माने जा रहे हैं, ऐसे में कांग्रेस के पास 7 सीटें प्रभावशाली मानी जा रही हैं। निर्दलीयों की भूमिका महत्वपूर्ण हो गई है, क्योंकि यदि निर्दलीय कांग्रेस के साथ जाते हैं, तो मुकाबला रोचक हो सकता है। वहीं, भाजपा अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए पहले से ही रणनीति बना रही है, ताकि क्रॉस वोटिंग से बचा जा सके और पार्टी का प्रत्याशी ही अध्यक्ष पद पर काबिज हो।

निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य

01 अनुसुइया जागेंद्र कश्यप भाजपा
02 राजेश सूर्यवंशी भाजपा
03 स्मृति त्रिलोक श्रीवास निर्दलीय
04 अनिता राजेंद्र शुक्ला कांग्रेस
05 गोविंद राम यादव भाजपा
06 ललिता संतोष कश्यप भाजपा
07 शिवेंद्र प्रताप कौशिक कांग्रेस
08 भारती नीरज माली भाजपा
09 अंबिका विनोद साहू भाजपा
10 राजेंद्र धीवर कांग्रेस
11 अरुणा चंद्रप्रकाश सूर्या भाजपा
12 दामोदर कांत निर्दलीय
13 सतकली बावरे निर्दलीय
14 राधा खिलावन पटेल भाजपा
15 निरंजन सिंह पैकरा भाजपा
16 रजनी पिंटू मरकाम कांग्रेस
17 जयकुमारी प्रभु जगत निर्दलीय
(कांग्रेस के 4 अधिकृत और 3 समर्थित सदस्य जीते)
पंचायत चुनाव पूर्ण होने के बाद अब जनपद और जिला पंचायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का निर्वाचन होना है। इसके लिए अधिसूचना जारी कर, 4 मार्च को जनपद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का निर्वाचन व 5 मार्च को जिला पंचायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद की निर्वाचन प्रक्रिया पूर्ण कराई जाएगी। – संदीप अग्रवाल, सीईओ, जिला पंचायत, बिलासपुर

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