यह है घटनाक्रम पुलिस कंट्रोल रूम में शनिवार शाम साढ़े चार बजे सूचना मिली कि राणजीतपुरा मोडिया मोड़ पर दो गाडिय़ों में शिकारी हिरण का शिकार कर रहे हैं। शिकारी एक हिरण को गोली मार कर भागे हैं। सूचना के बाद रणजीतपुरा पुलिस शिकारियों के पीछे लगी। पुलिस को शिकारियों के बज्जू की तरफ भागने की सूचना मिली। तब बज्जू पुलिस को अलर्ट किया और पीछे लगाया। शिकारियों की एक गाड़ी कोलायत की तरफ गई। कोलायत एसएचओ लखबीर सिंह व उनकी टीम शिकारियों के पीछे लगी। वहीं वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। वन विभाग की टीम ने मौके से घायल हिरण को बरामद किया, जिसे उपचार के लिए पशु चिकित्सालय भिजवाया गया।
कोलायत पुलिस के साथ भिड़े शिकारी कोलायत एसएचओ लखबीर सिंह को शिकारियों की सूचना मिलने पर वे टीम के साथ उनके पीछे लगे। शिकारी हदां थाना क्षेत्र से दियातरा होते हुए भोम हेमसिंह की ढाणी में पहुंच गए। तब वहां पर शिकारियों का कोलायत पुलिस से सामना हुआ। पुलिस को देखकर शिकारी गाड़ी को रोही में भगा ले गए। एक शिकारी गाड़ी से नीचे गिर गया, जिसे पुलिस ने संभाला। उसे मामूली चोट भी आई। बाद में शिकारी जब पुलिस से घिर गए, तो उन्होंने पुलिस पर हमला करना शुरू कर दिया। यहां पर पुलिस और शिकारियों के बीच में जोरदार मुठभेड़ हुई। बाद में हदां थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और शिकारियों को काबू किया। आरोपियों के कब्जे से शिकार में प्रयुक्त वाहन और हथियार बरामद हुआ। बज्जू पुलिस ने बीठनोक के पास तीन शिकारियों को पकड़ा।
पुलिस को खूब छकाया, बाल-बाल बचे शिकारियों ने पुलिस से बचने के लिए गाड़ी को बहुत तेजी से रेतीले धोरों और उबड़- खाबड़ रास्तों पर चलाया। कोलायत पुलिस जिन शिकारियों का पीछा कर रही थी, उन्होंने पुलिस से बचने के लिए एक जेसीबी के बीच से गाड़ी निकाल दी। रेलवे लाइन से गाड़ी को छलांग लगाई, जिससे उन सभी के चोटें आई हैं। हादसे का शिकार होने के बाद ही पुलिस उन्हें पकड़ पाई। इसके बावजूद उन्होंने पुलिस से हाथापाई की।