22 दिसंबर 2017 को बनाई गई लोकायुक्त ने दिव्या से पूछा कि इन कंपनियों को शुरू करने के लिए रुपए कहां से आए? इन कंपनियों में कहां-कहां से रुपए आते थे? लोकायुक्त ने यह भी पूछा कि उनके नाम करोड़ों की संपत्ति और जेवरात मिले हैं। ये कहां से आए? इन संपत्तियों और जेवरातों की भी जानकारी नहीं दी। अब लोकायुक्त की रडार पर सौरभ की मां उमा शर्मा और शरद जायसवाल की मां कृष्णा जायसवाल हैं। कृष्णा भी अविरल इंटरप्राइजेज में डायरेक्टर हैं।
भोपाल में प्राइम लोकेशन्स पर दिव्या के नाम कई संपत्ति
सौरभ शाहपुरा में 20 हजार वर्गफीट में स्कूल बना रहा था। इसकी फ्रेंचाइजी जयपुरिया ग्रुप से लेने की तैयारी थी। स्कूल का डायरेक्टर पत्नी दिव्या को बनाया। इसके अलावा राजधानी के प्राइम लोकेशन बावड़िया कलां में सौरभ ने पत्नी के नाम ही 30 हजार वर्गफीट जमीन खरीदी। इसका बाजार मूल्य 9 करोड़ रुपए है। रजिस्ट्री सौरभ ने पत्नी के नाम से की, लेकिन दिव्या शर्मा की बजाय दिव्या तिवारी लिखा है। पति की जगह पिता सलिल तिवारी का नाम लिखा है।
किसी को शक न हो इसलिए सरनेम का खेल
सौरभ की पत्नी दिव्या दस्तावेज में सरनेम में शर्मा की बजाय तिवारी लिखती है। वह पति के नाम की बजाय पिता का नाम लिखती रही। बताया जा रहा है, सरनेम बदलने के पीछे कारण यह था कि दस्तावेज से सौरभ की संपत्तियों का पता न चले।
बहन को गिफ्ट में दिया
एजेंसियों की मानें तो दिव्या ने अपनी बहन रेखा तिवारी को जमीन गिफ्ट की। 10 जुलाई 2023 को रेखा को भोपाल में मुगालिया कोट में 1.0120 हेक्टेयर जमीन में से 0.506 हेक्टेयर भूमि बतौर उपहार दिया।
ये है मामला
19 दिसंबर 2024 को अरेरा कॉलोनी में सौरभ शर्मा के घर पर लोकायुक्त ने दबिश दी। 7.98 करोड़ की संपत्ति जब्त की। फिर इसी रात आयकर विभाग ने मेंडोरी में चेतन की कार से 52 किलो सोना व 11 करोड़ नकद जब्त किए। इस मामले में सौरभ, चेतन और शरद जायसवाल की गिरफ्तारी हुई। तीनों से लोकायुक्त और ईडी ने पूछताछ की, लेकिन उन्होंने हर बार इस संपत्ति की मालिकी से इनकार करते रहे।
सौरभ की मां भी रडार पर
सौरभ की मां उमा शर्मा से भी लोकायुक्त ने कई बार पूछताछ की है। उमा ने खुद को पेंशनर बताया है। एजेंसियों को मिले दस्तावेज में मिली संपत्तियों को उसने पुश्तैनी बताया है। उमा ने कहा है कि पति ने नौकरी के दौरान ये संपत्तियां बनाईं। लोकायुक्त पुलिस अब इसकी पड़ताल कर रही है। लोकायुक्त अफसरों का कहना है, यदि दस्तावेज में मिली संपत्तियों का सही जवाब नहीं दिया तो उसे भी आरोपी बनाया जाएगा। बता दें, मामले में 20 से ज्यादा लोगों से अभी पूछताछ चल रही है।