ऐसे की जाती है साइबर पेट्रोलिंग
साइबर क्राइम की एक टीम इंटरनेट पर लगातार वेबसाइट और एप्लीकेशन को सर्च करती है, फिर इन एप्लीकेशन की लिस्टिंग कर उन पर कार्रवाई के लिए पत्र लिखा जाता है।
संदिग्ध नंबर और खातों को करवाते हैं बंद
कई एप्लीकेशन और वेबसाइट देश के बाहर से ऑपरेट होती हैं। इन पर कार्रवाई के लिए भी पत्र लिखा जाता है। इनमें फर्जी खातों का इस्तेमाल होता है।
इस तरह की वेबसाइट और एप्लीकेशन चिह्नित
इजी लोन, अर्न मनी, शेयर इंवेस्टमेंट, लोन एप्लीकेशन, स्कॉट सर्विस जैसे अपराधों को बढ़ावा देने वाली एप्लिकेशन और वेबसाइट को चिन्हित किया गया। इनकी संख्या करीब 10 है।
अब आगे क्या?
संदिग्ध वेबसाइट और एप्लीकेशन को चिन्हित होने के बाद आगे क्या और बेहतर कार्रवाई की जा सकती है, उस पर विचार चल रहा है। फिलहाल, डोमेन नेम प्रोवाइडर को इन्हें बंद करने के लिए पत्र लिखा गया है। आगे चल कर दिल्ली स्थित संबंधित विभागों को भी इनकी जानकारी दी जाएगी।