नर्मदापुरम के डिप्टी कलेक्टर असवान राम चिरामन को निलंबित कर दिया गया है। महिला कर्मचारियों से अभद्रता करने और गलत मैसेज भेजने की शिकायत के बाद ये कार्रवाई की गई है। कमिश्नर केजी तिवारी ने उन्हें निलंबित किया।
बताया जा रहा है कि डिप्टी कलेक्टर असवान राम चिरामन का निलंबन आदेश शुक्रवार देर शाम जारी किया गया। मामले की कलेक्टर ने जांच कराई जिसमें महिला कर्मचारियों के साथ पटवारियों के भी बयान दर्ज किए गए थे। इसके बाद कमिश्नर केजी तिवारी ने असवान राम चिरामन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए निलंबन आदेश जारी किया।
हाईकोर्ट से स्टे, फिर भी निलंबित कियाअसवान राम चिरामन नर्मदापुरम के सोहागपुर में एसडीएम के रूप में पदस्थ थे। शिकायतों के बाद उन्हें 21 मार्च को हटा दिया गया था पर इस फैसले के खिलाफ वे कोर्ट चले गए। हाईकोर्ट से उन्हें स्टे मिल गया। हालांकि, इस बीच जिला प्रशासन की जांच चलती रही। महिला कर्मचारियों के बयान और जांच रिपोर्ट के आधार पर कमिश्नर केजी तिवारी ने डिप्टी कलेक्टर असवान राम चिरामन को निलंबित करने का आदेश दिया।
बता दें कि असवान राम चिरामन पहले भी विवादों में रहे हैं। जब वे सिंगरौली जिले के चितरंगी में एसडीएम थे तब एक महिला से जूते के लेस बंधवाते नजर आए थे। तब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उन्हें तत्काल हटवा दिया था। इसके बाद असवान राम चिरामन को नर्मदापुरम स्थानांतरित कर दिया गया।
निष्पक्ष जांच की मांग
इधर असवान राम चिरामन ने सभी आरोपों को सरासर झूठा करार दिया। उन्होंने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारी, कर्मचारी उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं।
कमिश्नर केजी तिवारी ने कहा कि सोहागपुर एसडीएम असवान राम चिरामन को नर्मदापुरम कलेक्टर की रिपोर्ट के आधार पर निलंबित किया गया है। चिरामन द्वारा आपत्तिजनक भाषा के इस्तेमाल के कारण ये कार्रवाई की गई है।