कर्मचारियों और रिटायर्ड कर्मचारियों को कितना नुकसान
तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के महामंत्री उमाशंकर तिवारी ने बताया कि प्रदेश के 12 लाख कार्यरत सेवा निवृत कर्मचारियों को 3% महंगाई भत्ता एवं महंगाई राहत 8 महीने से नहीं दी जा रही है। जबकि उसमें महीने का लगभग 180 करोड रुपए खर्च आएगा वहीं प्रदेश की लाडली बहनों को 1250 रुपए प्रतिमाह सहायता दी जा रही है इसमें 1574 करोड़ रुपए हर महीने सरकार प्रदान कर रही है, प्रदेश में कार्य करने वाले एवं सेवानिवृत अधिकारी कर्मचारी अपने 3% महंगाई भत्ता/मंहगाई राहत के लिए हर महीने इंतजार कर रहे हैं। हर महीने 465 से 4230 रुपए का नुकसान हो रहा है।
डीए बढ़ने का रिटायर्ड कर्मचारियों को क्या होगा फायदा
महंगाई भत्ता बढ़ने से नई पेंशन स्कीम का कोई फायदा नहीं होगा। यूनिफाइड पेंशन स्कीम लागू होने के बाद कर्मचारियों को आखिरी साल की सैलरी के हिसाब से पेंशन मिलेगी। आखिरी साल की बेसिक सैलरी के 50 प्रतिशत को पेंशन के तौर पर शामिल किया जाएगा।
उदाहरण से समझें
अगर आपकी बेसिक सैलरी 40 हजार रुपए महीना है तो उसकी पेंशन 20 हजार रुपए महीने हो सकती हैं। इसके लिए जरुरी शर्त है कि आपने नौकरी में 25 साल पूरे किए हो। अगर 10 साल या उससे कम समय आपने काम किया तो 10 हजार रुपए महीने पेंशन दी जाएगी। इसमें ओपीएस यानी ओल्ड पेंशन स्कीम की तरह डीए नहीं जोड़ा जाएगा।