भोपाल में तीन दिन से शहर में तापमान 41 डिग्री पर चल रहा है। ऐसे में लोगों को गर्मी के साथ-साथ तेज उमस का भी सामना करना पड़ रहा है।
भीषण गर्मी के चलते स्कूलों का बदला समय (School Time Changed in MP)
राजधानी में सरकारी, गैर सरकारी और सीबीएसई स्कूल 12 बजे के बाद संचालित नहीं होंगे। भीषण गर्मी के चलते इनके समय में बदलाव किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी ने बुधवार को इसके निर्देश जारी किए। ये नर्सरी से कक्षा आठ पर लागू होंगे। कक्षा नौंवी से बारहवीं और शिक्षकों के समय में कोई परिवर्तन नहीं है। राजधानी सहित प्रदेश में भीषण गर्मी (Severe Heat in MP) शुरू हो गई। भोपाल में तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। इसका सबसे ज्यादा असर स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य पर हो रहा है। बच्चों को राहत देने कलेक्टर ने स्कूलों के समय में बदलाव के निर्देश दिए। जिसके आधार पर जिला शिक्षा अधिकारी नरेन्द्र अहिरवार ने सभी शासकीय और अशासकीय स्कूलों को आदेश जारी किए जिसमें कहा गया आठवीं तक 12 बजे के बाद कक्षाएं नहीं चलेंगी।
न्यूनतम तापमान में भी ढाई डिग्री की बढ़ोतरी
शहर में बुधवार को भी अधिकतम तापमान 41 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 24.8 डिग्री रहा। अधिकतम तापमान जहां स्थिर रहा, वहीं न्यूनतम तापमान में मंगलवार के मुकाबले 2.4 डिग्री की बढ़ोतरी हो गई। ऐसे में रात में भी लोगों को तेज गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। नमी के कारण उमस भरी गर्मी: मौसम विशेषज्ञ पीके साहा ने बताया कि इस समय अलग-अलग हवाओं का मेल हो रहा है। राजस्थान, गुजरात से भी गर्म हवा आ रही है, साथ ही प्रदेश के आसपास कुछ सिस्टम बने है, जिससे अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है।
बिजली की मांग में तेजी से बढ़ी
बढ़ती गर्मी के बीच बिजली की मांग में तेजी से बढ़ोतरी हुई। आठ दिन में बिजली की मांग 16 लाख यूनिट तक बढ़ गई है। अप्रेल 2025 के शुरुआत में 75.29 लाख यूनिट प्रतिदिन बिजली की खपत आठ अप्रेल को 91.35 लाख यूनिट तक पहुंच गई। यानी करीब 16 लाख यूनिट बिजली अब एसी व कूलर में खप रही है।
24 घंटे में ही चार यूनिट ज्यादा खर्च हुई बिजली
सात अप्रेल को शहर में उपभोक्ताओं ने 87.57 लाख यूनिट बिजली खर्च की थी। अगले दिन यानि आठ अप्रेल को ये खर्च 91.35 लाख पर आ गया। 41 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा बढ़े रहे तापमान में पंखे, कूलर, एसी लगभग सभी घरों में शुरू हो गए। इनकी खरीदी बढ़ी। फ्रीज की कूलिंग क्षमता को भी बढ़ा दिया गया। इसका ही असर है कि बिजली की मांग बढ़ गई है। ऐसी ही स्थिति रही तो बिजली की मांग ऑन टाइम रिकॉर्ड पर होगी। बीते साल अप्रेल में बिजली की सबसे ज्यादा खपत 30 अप्रेल को 95.23 लाख यूनिट हुई थी। इस साल आठ अप्रेल को ही बिजली की मांग ने 91 लाख के आंकड़े को पार कर लिया।
हीट स्ट्रोक को लेकर अलर्ट, एडवाइजरी जारी (IMD advisory issued)
भीषण गर्मी में हीट स्ट्रोक (Heat Stroke Alert) के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट करते हुए एडवाइजरी जारी की है। इससे पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए शासकीय और निजी अस्पतालों में विशेष इंतजाम के निर्देश दिए गए। सीएमएचओ ने स्वास्थ्य संस्थाओं में हीट स्ट्रोक मरीजों के उपचार के लिए बेड आरक्षित करने , वार्डों को ठंडा रखने के लिए कूलर अथवा अन्य संभव उपाय के लिए कहा गया। अस्पताल से मरीज को डिस्चार्ज करने का समय भी तय किया है। जारी निर्देश के तहत सुबह नौ बजे से पहले या शाम चार बजे के बाद ही अस्पताल पेंशेंट को डिस्चार्ज करेंगे। इसके अलावा सभी स्वास्थ्य संस्थाओं को हीट रिलेटेड इलनेस सर्विलेंस के लिए आइएचआइपी पोर्टल पर रिपोर्टिंग करनी होगी।