केंद्र सरकार ने भोपाल का चयन सोलर सिटी के रूप में किया है। इसमें शहर की कुल बिजली खपत (4.5 मेगावॉट प्रतिदिन ) का दस प्रतिशत हिस्सा सोलर के जरिए उत्पादन करने का लक्ष्य रखा गया है। पहले चरण में सरकारी इमारतों पर पैनल लगाए जा रहे हैं।
एक यूनिट बिजली बनाने 80 हजार का खर्च
प्रति घंटे एक यूनिट बिजली उत्पादन करने वाले प्लांट की कीमत अभी करीब 80 हजार रुपए है। इसमें 24 हजार रुपए की सब्सिडी(Benefit of Solar Panel) के बाद कीमत महज 56 हजार रुपए होगी। खास बात यह है कि प्लांट महज 150 वर्गफीट में लग जाता है। इससे एक दिन में पांच यूनिट तक बिजली बन जाती है। यदि पूरी एक हजार फीट की छत का उपयोग करें तो घर में बिजली की जरूरत पूरी हो जाती है।सोलर प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके नियम और निर्माण का आकार प्रकार तय किया जा रहा है।– हरेंद्र नारायण, निगमायुक्त