बुजुर्ग का कहना है कि पत्नी ने उन पर नशे में मारपीट करने के आरोप लगा कर घर से निकाल दिया। इसके बाद जासूसी भी करवाती थी। जिससे तंग आ कर कोर्ट में तलाक की मांग की है। आरोप है कि उसकी बच्चियों और पत्नी ने 10 साल पहले घर से निकाल दिया था।
घर पर कर लिया कब्जा
काउंसलिंग के दौरान काउंसलर शैली अवस्थी से बताया कि उनकी पत्नी और बेटियां उसके साथ मारपीट करती थीं, दामाद से जासूसी भी करवाती थीं। 10 साल पहले घर से भी निकाल दिया था। जिसके बाद वह अपनी बुजुर्ग मां के साथ अलग रहते हैं। जबकि 3 बेटियों, दामाद व पत्नी ने उनके घर पर कब्जा कर लिया। ये भी पढ़ें: एमपी में ‘हनुमान जी’ से शिकायत करेंगे मंत्रालय के कर्मचारी, 51 लोगों ने दर्ज कराए नाम हाइकोर्ट ने दिया निर्देश
कुछ दिन पहले इंदौर की रुचि व हैदराबाद के रवि ने आपसी सहमति से तलाक के लिए 2015 में परिवार न्यायालय में केस लगाया था। तीन साल सुनवाई बाद कोर्ट ने अगस्त 2018 में उनकी अर्जी खारिज करते हुए तलाक देने से इंकार कर दिया। इस पर दोनों ने हाई कोर्ट में अपील की। इसकी सुनवाई के 7 साल बाद हाई कोर्ट ने बुधवार को फैसला सुनाते हुए न सिर्फ फैमिली कोर्ट के फैसले को गलत ठहराया, बल्कि 2001 में हुए उनके विवाह को भी खत्म कर दिया।