आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेश गोधा ने बताया कि शनिवार सुबह आदिनाथ भगवान की चल प्रतिमा को रथ में विराजित कर आरके-आरसी कॉलोनी में रथयात्रा निकाली गई। रथयात्रा का जगह-जगह स्वागत व श्रीजी की आरती की गई। आदिनाथ जिन मंडल की ओर से शीतल पेय पदार्थ की व्यवस्था की गई। रथ यात्रा के पुन: मंदिर में पहुंचने पर महिलाओं ने भक्ति नृत्य करके श्रीजी की अगवानी की। प्रतिमा को पुन: वेदी में विराजमान संजय झांझरी ने किया। पंडित संजय कासलीवाल के मंत्रोचार के बीच महावीर प्रसाद, राजेन्द्र अजमेरा ने ध्वजारोहण किया।
सचिव अजय बाकलीवाल ने बताया कि इससे पहले मूलनायाक आदिनाथ भगवान पर 108 रिद्धी मंत्रों के साथ अभिषेक व शांतिधारा सुशील, निर्मल, नरेश, पवन अशोक लुहाडिया ने की। इनके अलावा अन्य प्रतिमाओं पर महेन्द्र विपिन सेठी, विमल सनत पाटनी, पारस गदिया, कमल विमल पाटनी, एनसी जैन, ओमचन्द रिखब चन्द बाकलीवाल, मांगीलाल राजेश बडजात्या, नरेश नितिन गोधा, सुनील श्रेयांश पहाडिया, विनित कोठारी, सन्तकुमार अतुल ने शांतिधारा की। ट्रस्टी खेमराज कोठारी ने बताया कि शाम को संजय पहाड़िया एंड पार्टी अजमेर की ओर से भजन संध्या का आयोजन किया। इसमें आदिनाथ भगवान के भजन पर श्रोता झूम उठे।
आदिनाथ मंडल विधान पूजा उपाध्यक्ष चैनसुख शाह ने बताया कि रविवार सुबह अभिषेक व शान्तिधारा के बाद आदिनाथ मंडल विधान पूजन होगा। इस दौरान मंदिर स्थापना में जिन श्रावकों का विशेष योगदान रहा है उनका अभिनन्दन किया जाएगा। इसके लिए मंदिर में पांच प्रमुख पात्रों का बोली के माध्यम से चयन किया गया।